मेरठ. न सिर्फ पश्चिमी उत्तर प्रदेश में बल्कि प्रदेश के अलग-अलग हिस्सों में वंदे भारत ट्रेन पर हुई पत्थरबाजी की घटना को लेकर पिछले महीने एडीजी कानून व्यवस्था प्रशांत कुमार की ओर से सर्कुलर भी जारी किया गया था. सर्कुलर में ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए चौकीदारों की मदद लेने के लिए कहा गया था.
एडीजी रेलवे जय नारायण सिंह का कहना है कि इस तरह की घटनाओं का परीक्षण किया गया, जिसमें पाया गया कि कोई भी घटना सुनियोजित नहीं थी. मसलन गोरखपुर में इस ट्रेन पर कुछ ग्रामीणों ने पत्थरबाजी इस लिए कर दी क्योंकि एक दिन पहले इसी ट्रेन से एक बकरी की कटकर मौत हो गई थी.
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आगरा में रेलवे पटरी के किनारे कुछ लड़के क्रिकेट खेल रहे थे, लेदर की गेंद ट्रेन के शीशे से टकरा गई थी, जिससे शीशा क्षतिग्रस्त हो गया था. उन्होंने बताया कि इस ट्रेन पर पथराव करने वालों की शनाख्त करना आसान है, क्योंकि ट्रेन के अंदर और बाहर कैमरे लगे हैं. जो लोग भी पकड़े जाते हैं उन्हें रेलवे सुरक्षा बल के हवाले कर दिया जाता है.