स्पोर्ट्स डेस्क– भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच चार मैच की टेस्ट सीरीज खत्म हो गई है और उस टेस्ट मैच की चर्चा आज भी जोरों पर है वजह है ऐतिहासिक जीत और वह भी एक युवा टीम के साथ क्योंकि टीम इंडिया ने सीरीज के आखिरी टेस्ट मैच में जिस तरह की जीत हासिल की है एक युवा टीम के साथ उस जीत की हर ओर तारीफ हो रही है, और खिलाड़ियों के मानसिक स्थिति की भी जमकर तारीफ हो रही है।

 

राहुल द्रविड़ की इस बात को लेकर हो रही तारीफ

ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ टीम इंडिया को मिली जीत के बाद अब राहुल द्रविड़ की भी जमकर तारीफ हो रही है दरअसल पाकिस्तान के पूर्व कप्तान इंजमाम उल हक ने राहुल द्रविड़ की तारीफ करते हुए कहा कि सीनियर टीम में खेलने वाले युवा खिलाड़ियों को तैयार करने का काफी कुछ क्रेडिट राहुल द्रविड़ को जाता है, इंजमाम ने यह बात भारतीय टीम में विराट कोहली समेत कई सीनियर खिलाड़ियों के नहीं होने के बावजूद ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी में मिली जीत के बाद कहा है।

 

इजमाम उल हक ने भारतीय क्रिकेट टीम के लिए राहुल द्रविड़ के काम की प्रशंसा करते हुए कहा कि उनकी सबसे बड़ी ताकत खिलाड़ियों को मानसिक रूप से मजबूत बनाता था जिसके बिना टेस्ट सीरीज में जीत संभव नहीं होती अपने यूट्यूब चैनल पर पोस्ट किए एक वीडियो में इजमाम ने कहा ऑस्ट्रेलिया में एक सीरीज जीतना सबसे कठिन है मैंने अपने जीवन में कभी भी भारतीय टीम जैसे युवा टीम नहीं देखी जो ऑस्ट्रेलिया को उसकी जमीन पर हरा सके मैं सोच रहा था कि यह कैसे हुआ और मुझे एहसास हुआ कि ऋषभ पंत और वाशिंगटन सुंदर ने 2016 में अंडर-19 वर्ल्ड कप खेला था 2018 में वर्ल्ड कप। मोहम्मद सिराज नवदीप सैनी हनुमा विहारी और मयंक अग्रवाल जैसे युवा खिलाड़ियों ने ने भारत ए के लिए काफी क्रिकेट खेले हैं।

इंजमाम उल हक ने आगे कहा कि अंडर-19 से भारत ए और भारत ए से राष्ट्रीय टीम तक की इस जर्नी में मैंने रियलाइज किया कि इन लोगों ने राहुल द्रविड़ के जरिए अपने बेस को इंप्रवू किया, द्रविड़ की ताकत ही ये थी जिसके चलते उन्हें द वॉल कहा जाता था क्योंकि वो एक स्ट्रॉग डिफेंस था, वह हर हालत में खेल सकता था, मानसिक रूप से इतना मजबूत था कि वह किसी भी स्थिति में खुद को एडजस्ट कर सकता था, द्रविड़ ने इन खिलाड़ियों को मानसिक रूप से मजबूत बनाने के लिए काम किया।

 

गौरतलब है कि राहुल द्रविड़ अभी वर्तमान में नेशनल क्रिकेट अकादमी   एनसीए  के चीफ हैं, द्रविड़ ने साल 2016 से 2019 के बीच भारत ए और अंडर-19 टीम को चार साल कोचिंग दी, उनके अंडर में दोनों टीमों का प्रदर्शन  काफी अच्छा रहा और अंडर-19 टीम ने 2018 में वर्ल्ड कप जीता।