प्रतीक चौहान. रायपुर. छत्तीसगढ़ मेडिकल काउंसिल ने रिम्स के डीन डॉ गंभीर सिंह सेंदराम का 3 महीनों के लिए छत्तसीगढ़ मेडिकल काउंसिल का रजिस्ट्रेशन निरस्त कर दिया है. ये सस्पेंशन 4 अगस्त 2022 से लागू होगा.

लेकिन ये ऑर्डर 4 जुलाई को जारी किया. लेकिन एथिक्स कमेटी 16 जून को हो चुकी थी. इसके बाद 22 जून को हुई सामान्य सभा में डॉ गंभीर को सस्पेंड करने का फैसला सर्वसम्मति से लिया जा चुका था. लेकिन छत्तीसगढ़ मेडिकल काउंसिल के पदाधिकारी दबाव में आकर ये आदेश जारी नहीं कर रहे थे. अब सवाल ये है कि मेडिकल काउंसिल पर किसका दबाव था ? वहीं सर्वसम्मति से लिए गए फैसलों को लागू करने में हुई देरी पर भी गंभीर सवाल खड़े हो रहे हैं. इसके अलावा इंटर्नशिप कंपलीशन को लेकर छात्रों की स्वास्थ्य सचिव से मुलाकात के बाद भी स्पष्ट आदेश के बावजूद इंटर्नशिप कंपलीशन जारी नहीं होना स्वास्थ्य विभाग की कार्यप्रणाली पर बड़ा प्रश्न चिन्ह खड़ा कर रहा है? कि क्या विभाग के अधिकारी अब अपने सचिव का भी आदेश नहीं मान रहे!

छात्रों ने की थी मेडिकल काउंसिल में शिकायत

रिम्स मेडिकल कॉलेज के ही एमबीबीएस के छात्रों ने डीन के खिलाफ तमाम जगहों पर शिकायत की है. जिसमें उनके तमाम दस्तावेज पूरे होने के बावजूद इंटर्नशिप का सर्टिफिकेट उपलब्ध नहीं करवा रहे है. वहीं जिन छात्रों ने शिकायत की है उन्होंने कॉलेज के खिलाफ बिलासपुर हाईकोर्ट में भी याचिका दायर की है. छात्रों ने अपनी शिकायत में बताया है कि संभवतः इसी कारण डीन और रिम्स कॉलेज प्रबंधन उन्हें सर्टिफिकेट नहीं दे रहा है. इसी शिकायत की सुनवाई के लिए डीन को दो बार नोटिस जारी किया गया. लेकिन वे पेश नहीं हुए, जिसके बाद काउंसिल ने उनका लाइसेंस 3 महीने के लिए सस्पेंड कर दिया है.

कौन है डॉ गंभीर सिंह सेंदराम

डॉ गंभीर सिंह सेंदराम मरवाही उपचुनाव में बीजेपी के प्रत्याशी रह चुके है.  वहीं रिम्स से जुड़े कुछ बड़े डॉक्टर का स्वास्थ्य विभाग में बड़ा दखल है. इतना ही नहीं स्वास्थ्य विभाग के बड़े अधिकारियों के भी संपर्क में सीधे-सीधे रिम्स प्रबंधन था. यही कारण है कि 22 को सामान्य सभा में फैसला पारित होने के बाद भी आदेश जारी नहीं किया गया.