नई दिल्ली . पूर्वी दिल्ली से सांसद हर्ष मल्होत्रा को सड़क एवं परिवहन राजमार्ग मंत्रालय व कॉरपोरेट अफेयर मंत्रालय के राज्यमंत्री का कार्यभार सौंपा गया है. मल्होत्रा का कहना है कि चुनाव के दौरान जनता से किए गए सभी वादों को पूरा किया जाएगा. जनता के बीच रहकर लगातार काम करने पर ध्यान रहेगा.

दिल्ली और यहां के लोगों को मंत्रालय से जुड़े कामों के जरिए कैसे लाभ पहुंचाया जाए, इस पर भी ध्यान रहेगा. केंद्र सरकार और प्रधानमंत्री के विजन को पूरा करने के लिए पूरी निष्ठा के साथ दायित्वों का निर्वहन किया जाएगा. मल्होत्रा को सड़क परिवहन मंत्रालय का पदभार मिलने के बाद दिल्ली से जुड़े प्रोजेक्टों को गति मिलने की संभावना है.

बीते 10 वर्षों में दिल्ली के अंदर और बाहर सड़कों का नेटवर्क तैयार करने की दिशा में काफी काम हुए हैं. कुछ प्रोजेक्ट पूरे हुए तो कुछ पर अभी काम हो रहा है, जिसे समय पर पूरा कराने की चुनौती है, क्योंकि मंजूरी मिलने में देरी होने सहित दिल्ली में कई अन्य तकनीकी कारणों के चलते प्रोजेक्ट तय समय से काफी विलंब से हैं. मौजूदा वक्त में मंत्री के संसदीय क्षेत्र में ही सड़क परिवहन मंत्रालय से जुड़े दो अहम प्रोजेक्ट संचालित हैं, जिनमें अक्षरधाम से शुरू होकर पूर्वी दिल्ली के रास्ते गाजियाबाद से होते हुए देहरादून तक बनाया जा रहा दिल्ली-देहरादून एक्सप्रेसवे और सराय काले खां के पास गोल चक्कर पार्क से शुरू होकर सरिता विहार के रास्ते गुरुग्राम में वेस्टर्न पेरिफेरल एक्सप्रेसवे तक बनाया जा रहा 60 किलोमीटर का कनेक्टर शामिल है.

दिल्ली-देहरादून एक्सप्रेसवे के पहले 2 चरण अगले 1 से डेढ़ महीने में यातायात के लिए खोले जाने हैं. इनका काम 31 मार्च तक पूरा होना था. फिर समय सीमा को बढ़ाकर 31 मई कर दिया गया, लेकिन अभी तक प्रोजेक्ट पूरा नहीं हुआ है. इसके साथ ही, दिल्ली-मुंबई कनेक्टर का काम भी सितंबर तक पूरा होना है, जो करीब 5-7 महीने की देरी से चल रहा है. दिल्ली में द्वारका एक्सप्रेसवे और फरीदाबाद के रास्ते द्वारका, नजफगढ़ से होते हुए सिंघु बॉर्डर तक जाने वाली अर्बन एक्सटेंशन रोड-2 का काम भी तय समय से पिछड़ रहा है. हर्ष मल्होत्रा को सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय का चार्ज मिलने से प्रोजेक्ट के काम में अब देरी नहीं होगी.

यहां चल रहा काम

दिल्ली के उत्तरी हिस्से से सीधे लोनी होते हुए 2 नए कनेक्टर बनाने की योजना पर भी काम चल रहा है, लेकिन उसे अभी तक अंतिम रूप नहीं दिया गया है. अब इन सभी प्रोजेक्ट की विस्तृत प्रोजेक्ट रिपोर्ट (डीपीआर) तैयार होने से लेकर मंजूरी मिलने के काम में भी तेजी आएगी. इसके अतिरिक्त दिल्ली में मल्टी मॉडल लॉजिस्टिक पार्क (MMLP) बनाने का काम भी अटका हुआ है. इस काम में भी अब थोड़ी तेजी आने की उम्मीद है.

ये कार्य तय समय से हैं पीछे

● दिल्ली-देहरादून एक्सप्रेसवे

● दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे कनेक्टर का निर्माण

● द्वारका एक्सप्रेसवे

● फरीदाबाद से सिंघु बॉर्डर तक अर्बन एक्सटेंशन रोड-2

● सराय काले खां से वेस्टर्न पेरिफेरल एक्सप्रेसवे तक कनेक्टर का निर्माण