अमित पांडेय, खैरागढ़. गणतंत्र दिवस के उपलक्ष्य में इस बार खैरागढ़ में आयोजित परेड में जल संरक्षण और जैव विविधता पर आधारित विशेष झांकी प्रस्तुत की जाएगी. झांकी का थीम “जल शक्ति अभियान” पर केंद्रित है, जिसमें जिले की उपलब्धियों और पर्यावरण संरक्षण के प्रति किए गए प्रयासों को प्रदर्शित किया जाएगा.

खैरागढ़ जिले ने जल शक्ति अभियान के तहत 2 लाख 50 हजार घन मीटर पानी संरक्षित करने में सफलता प्राप्त की है. इन प्रयासों के चलते जिले में जल स्तर में सुधार हुआ है. यह क्षेत्र अब जैव विविधता के लिए एक आदर्श स्थल बन गया है. पानी के संरक्षण ने न केवल प्राकृतिक संसाधनों को सुरक्षित किया, बल्कि स्थानीय पारिस्थितिकी तंत्र को भी मजबूती दी है. पानी की उपलब्धता और पर्यावरणीय संतुलन में सुधार के परिणामस्वरूप खैरागढ़ की आद्र भूमि अब प्रवासी पक्षियों का बसेरा बन गई है. इस क्षेत्र में विशेष रूप से कॉमन पोशार्ड (Common Pochard) पक्षी बड़ी संख्या में देखे जा रहे हैं. ये पक्षी अपनी खूबसूरती और प्रवास के लिए मशहूर हैं. इनके आगमन से स्थानीय जैव विविधता और पर्यटन को बढ़ावा मिल रहा है.

झांकी के माध्यम से पर्यावरण संरक्षण का देंगे संदेश : डीएफओ

खैरागढ़ डीएफओ, आलोक तिवारी ने बताया, गणतंत्र दिवस परेड के दौरान प्रस्तुत की जाने वाली झांकी को कॉमन पोशार्ड पक्षी के आकार और स्वरूप के आधार पर डिजाइन किया गया है. झांकी में जल संरक्षण के महत्व और जैव विविधता को उभारा जाएगा. इसके माध्यम से पर्यावरण संरक्षण के प्रति जनजागरूकता फैलाने का प्रयास किया जाएगा. झांकी में नदियों, तालाबों और आद्र भूमि के चित्रण के साथ जल संरक्षण से होने वाले लाभों को भी दर्शाया जाएगा. गणतंत्र दिवस समारोह के इस विशेष आयोजन से यह संदेश दिया जाएगा कि जल ही जीवन है और इसे संरक्षित करना हम सभी की जिम्मेदारी है. झांकी की यह पहल जिले को गौरवान्वित करने के साथ ही पर्यावरण संरक्षण के प्रति जागरूकता बढ़ाने का एक सशक्त माध्यम बनेगी.