नई दिल्ली . दिल्ली शिक्षा मंत्री आतिशी ने सरकारी और सरकारी सहायता प्राप्त स्कूलों के 200 से अधिक प्रधानाचार्यों से संवाद किया.

इस अवसर पर शिक्षा मंत्री आतिशी ने कहा कि आज दिल्ली सरकार के स्कूल देश के सर्वश्रेष्ठ स्कूलों में उभरे हैं. अब हमारा लक्ष्य अपने स्कूलों को विश्व के सर्वश्रेष्ठ स्कूलों में शामिल करने का होना चाहिए. शिक्षा मंत्री ने कहा कि हर बच्चे की सीखने की व्यक्तिगत जरूरतों को पूरा करते हुए उनके लिए गुणवत्तापूर्ण शिक्षा सुनिश्चित कर हमारे प्रधानाचार्य दिल्ली सरकार के स्कूलों को विश्व के सर्वश्रेष्ठ स्कूलों में शामिल करने का संकल्प जरूर पूरा करेंगे. उन्होंने कहा कि प्रधानाचार्य सिर्फ प्रशासक नहीं बल्कि स्कूल नेता के रूप में जमीनी स्तर पर बच्चों के जीवन में असल बदलाव लाने का काम करते हैं. प्रधानाचार्य होना एक बहुत ही चुनौती भरा कार्य है, लेकिन उनके काम और मेहनत की बदौलत हजारों बच्चों की जिन्दगी संवरती है. प्रधानाचार्य का व्यक्तित्व जैसा होता है, स्कूल का वातावरण भी वैसा ही होता है.

10 साल में तय की लंबी दूरी आतिशी ने कहा कि पिछले 10 वर्षों में दिल्ली सरकार के स्कूलों ने लंबी दूरी तय की है. चाहे पढ़ने-पढ़ाने का माहौल हो या आधारभूत संरचना. हमारे स्कूलों में आए बदलाव से सभी परिचित है. यह सभी बदलाव हमारी शिक्षा टीम की कड़ी मेहनत की बदौलत आया है.