रायपुर- छत्तीसगढ़ के सियासी गलियारों में आ रही खबरों की माने तो वरिष्ठ पत्रकार रूचिर गर्ग जल्द ही राजनीति का दामन थामने जा रहे हैं. अटकलों का बाजार इस बात को लेकर गर्म है कि वह कांग्रेस पार्टी का दामन थाम सकते हैं. कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी के बुलावे पर रुचिर गर्ग दिल्ली रवाना हो गए हैं. वे आज सुबह दिल्ली रवाना हो गए. उनके रवाना होते ही उनके चुनाव लड़ने को लेकर अटकलों का बाज़ार गर्म हो गया.
बताया जा रहा है कि आज या कल उनका कांग्रेस में प्रवेश हो सकता है. पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी उन्हें सदस्यता दिला सकते हैं. जानकारी के मुताबिक उन्हें राहुल गांधी से मिलने का संदेश प्रभारी महासचिव अशोक गहलोत के ज़रिए मिला. पीसीसी के किसी पदाधिकारी को इसकी कानों कान खबर नहीं हुई.
निष्पक्ष, बेबाक, निर्भीक पत्रकार के रूप में पहचाने जाने वाले रूचिर गर्ग पिछले 33 सालों से सक्रिय पत्रकारिता में रहे हैं. हाल ही में उन्होंने दैनिक नवभारत से इस्तीफा दिया था, जहां वे छत्तीसगढ़ के साथ-साथ ओडिशा का भी संपादकीय दायित्व संभाल रहे थे. बताया जा रहा है कि नवभारत से इस्तीफा दिए जाने के बाद देश के एक बड़े समाचार पत्र समूह के सलाहकार संपादक ने संपर्क किया, लेकिन उन्होंने फिलहाल कुछ दिन आराम करने की इच्छा जताई.
उसी सलाहकार संपादक ने राजस्थान के पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को इस बारे में जानकारी दी. गहलोत और दिग्विजिय सिंह ऐसे नेता रहे हैं, जिनका रूचिर गर्ग से मध्यप्रदेश के जमाने से संपर्क रहा है. खबरों की माने तो गहलोत ने ही इस पूरे मामले में पहल की और राहुल गांधी तक बात पहुंची.
रूचिर गर्ग एडिटर्स गिल्ड आॅफ इंडिया के भी सदस्य हैं. देशभर में क्षेत्रीय पत्रकारिता करने वाले चुनिंदा लोगों ने ही यह मुकाम हासिल किया है. तीन दशक की पत्रकारिता में रहने के दौरान रूचिर गर्ग ने समसामयिक मुद्दों के अलावा सामाजिक-राजनीतिक, गरीबी उत्थान, बेतरतीब विकास के नाम पर खत्म होती सांस्कृतिक विरासतों को बचाने और नक्सलवाद समेत विभिन्न मुद्दों पर की गई अपनी तथ्यपरक रिपोर्टिंग और लेखों के जरिए देश में विशिष्ट पहचान बनाई है. रूचिर गर्ग प्रतिरोध की आवाज रहे हैं. तीन दशक के अपने पत्रकारिता कॅरियर के दौरान कई मौकों पर उनके प्रतिरोध का सकारात्मक असर हुआ.