पश्चिम बंगाल के आरजीकर मेडिकल कॉलेज मामले के सामने आने के बाद, CM ममता बनर्जी(Mamta Benarjee) ने पार्टी नेतृत्व वाले डॉक्टर्स एसोसिएशन को भंग कर दिया और राज्य मंत्री डॉ. शशि पांजा के नेतृत्व में प्रोग्रेसिव हेल्थ एसोसिएशन बनाया. ऐसा माना जा रहा है कि अभिषेक बनर्जी(Abhishek Benarjee) और ममता बनर्जी के बीच खींचतान है, लेकिन BJP का कहना है कि यह ममता बनर्जी की एक नई चाल है. जिसके कारण TMC जल्द ही बिखर जाएगी.

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ममता बनर्जी के इस्तीफे की मांग

दरअसल ममता बनर्जी के इस्तीफे की मांग करते हुए जूनियर डॉक्टरों ने चप्पल मारो, गद्दी से उतारो के नारे लगाए, जिससे सरकार गुस्सा हुई, लेकिन इस अपमान के बाद भी TMC ने डॉक्टरों के खिलाफ कुछ नहीं कहा.

स्वास्थ्य संघ का गठन

दूसरी ओर, पश्चिम बंगाल की महिला एवं बाल स्वास्थ्य मंत्री डॉ. शशि पांजा ने डायमंड हार्बर निर्वाचन क्षेत्र में अभिषेक बनर्जी के नेतृत्व में एक स्वास्थ्य शिविर शुरू किया, जो डब्ल्यूबी स्वास्थ्य सेवा सस्थो साथी या दुआरे सरकार से अलग हो गया.

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जूनियर डॉक्टरों के विरोध का मुकाबला

उन्होंने दावा किया कि टीएमसी के तहत सभी स्वास्थ्य संस्थाएं भंग हो गई हैं और पीएचए ही काम करेगा. उन्होंने कहा कि आरजीकर जूनियर डॉक्टरों के विरोध का मुकाबला करने और चिकित्सा क्षेत्र के साथ ब्रिज पार्टी बनाने के लिए एक संघ बनाया गया है.

स्वास्थ्य संघ क्यों लॉन्च किया?

दूसरी ओर, बीजेपी राज्यसभा सांसद समिक भट्टाचार्य ने कहा कि टीएमसी पहले से ही टूट चुकी है और 2024 से पहले ही टीएमसी में दरार बढ़ गई है.  क्योंकि अभिषेक बनर्जी ने अपना स्वास्थ्य शिविर स्थापित किया था, ममता ने अपना स्वास्थ्य संघ क्यों शुरू किया?