रायपुर. 2018 के विधानसभा चुनाव में आपको किसी भी पार्टी से टिकट मिलेगी, चुनाव में आपकी जीत होगी या हार, आप मुख्यमंत्री बन सकेंगे मंत्री पद से ही संतुष्ट करना पड़ सकता है. यह तो चुनाव के नतीजे ही बताएंगे, लेकिन एक तांत्रिक बाबा के बिलासपुर में लगे होर्डिंग्स तो कुछ और ही बया कर रहे हे.

अपने आप तांत्रिक डॉ जेपी दुबे (पुष्पेंद्र) कहलाने वाले इस तांत्रिक ने बिलासपुर की सड़कों में कुछ होर्डिंग्स लगवाए है. जिसमें तांत्रिक ने दावा किया है कि प्रत्याशी एवं विधानसभा का तांत्रिक साधना द्वारा सम्मोहन, चुनाव में टिकट प्राप्त करने हेतु भविष्यवाणी, चुनाव के समस्त भविष्यवाणी, चुनाव जीतने सम्मोहन और बसीकरण का लाभ प्राप्त करने उनसे संपर्क करें. बाबा कितने व्यस्त होंगे इसका अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि इस होर्डिंग्स में उन्होंने आने से पहले अपने मोबाइल नंबर में एपाइंटमेंट अवश्य लेने का भी जिक्र किया है.

हालांकि तांत्रिक सच में व्यस्त है या ये केवल पब्लिसीटी स्टंट यह कोई भी दावा हम नहीं कर रहे है. यह तांत्रिक कितनी सटिक भविष्यवाणी करता है, यह तांत्रिक है भी या नहीं और तंत्र साधना से चुनाव जीता जा सकता है या नहीं यह तो हम नहीं कह सकते, लेकिन इतना जरुर है कि यदि ऐसे तथाकथित तांत्रिक ही यदि चुनाव जीते या हारने की सारी भविष्यवाणी पहले ही कर दे तो चुनाव में जनताजनार्दन का महत्व ही क्या रह जाएगा ?

कमी नहीं है तांत्रिक बाबा के पास जाने वालों की

तांत्रिक बाबा के इस होर्डिंग्स लगने के बाद वहां पहुंचने वाले कुछ राजनेताओं की कमी नहीं है. इसमें अब तक किसी भी बड़े नेता का नाम सामने नहीं आया है, लेकिन कई नेताओं की भविष्यवाणी ये बाबा कर चुका है.

चुनाव जीतने होती है तंत्र साधना

ऐसा नहीं है चुनाव जीतने राजनेता तंत्र-साधना और हवन-पूजन की मदद नहीं लेते. कुछ जानकारों की माने तो चुनाव जीतने राजनेता अक्सर मां बगलामुखी का पूजन करवाते है. पिछले विधानसभा चुनाव के दौरान कई प्रत्याशियों ने रायपुर के महादेवघाट के पास स्थित मंदिर में हवन-पूजन कराया था. इस मंदिर में अक्सर नेताओं की गाड़ियां आसानी से देखी जा सकती है. इतना ही नहीं मंदिर के पूजारियों का यह भी दावा है कि जिस भी प्रत्याशी ने मां बगलामुखी हवन कराया है उसकी जीत निश्चित ही हुई है, इतना ही नहीं वहां के पूजारियों ने कुछ विधायकों के नाम भी गिनाए. उसमें से एक दावा वहां के पंडित ने यह भी किया कि रायपुर की चार विधानसभा सीटों में से एक सीट के बीजेपी और  कांग्रेसी प्रत्याशी दोनो ने हवन कराया था, हालांकि वे कहते है कि जिस नेता ने पहले हवन कराया वह विजयी हुआ. लेकिन इसके कोई प्रमाण नहीं है, इसलिए उक्त प्रत्याशी या विधायक का नाम उजागर नहीं किया जा रहा है.