Wipro 2023 Buyback. आईटी सॉफ्टवेयर क्षेत्र की दिग्गज कंपनी विप्रो (Wipro) ने आज करीब 12,000 करोड़ रुपये के शेयरों की पुनर्खरीद (Wipro 2023 Buyback) की घोषणा की है. कंपनी की बोर्ड मीटिंग में इस बायबैक को भी मंजूरी मिल गई है. बायबैक की घोषणा के बाद गुरुवार को बंद कारोबारी सत्र में एनएसई पर कंपनी का शेयर करीब 374.35 रुपये पर बंद हुआ. मिली जानकारी के मुताबिक कंपनी टेंडर रूट के जरिए 445 रुपये प्रति शेयर के भाव से इसकी बायबैक करेगी.

समापन मूल्य पर 19% प्रीमियम

कंपनी के निदेशक मंडल की बैठक में करीब 12,000 करोड़ रुपए के शेयर बायबैक पर चर्चा हुई. जिसमें 269,662,921 इक्विटी शेयरों को वापस खरीदने की मंजूरी दी गई. जिसे कंपनी टेंडर रूट के जरिए करेगी. ध्यान रहे कि गुरुवार के कारोबारी सत्र में विप्रो का शेयर 374.35 रुपये पर बंद हुआ है. जबकि शेयर का बाय बैक प्राइस 445 रुपए है. यानी 19 फीसदी का प्रीमियम देखा जा रहा है.

शेयर बायबैक क्या है ?

शेयर बायबैक (Wipro 2023 Buyback) वह प्रक्रिया है जिसमें कोई कंपनी अपने मौजूदा शेयरधारकों से अपनी कंपनी के शेयर वापस खरीदती है. जिसे कंपनी ने पहले जारी किया था. कंपनी अपने निवेशकों को शेयरों के बायबैक पर भुगतान करती है. निवेशकों को भुगतान करने के बजाय, यह उनके शेयर का स्वामित्व वापस ले लेता है.

विप्रो कंपनी के बायबैक का इतिहास

विप्रो कंपनी के शेयर बायबैक के इतिहास पर नजर डालें तो कंपनी ने साल 2021, 2019, 2017 और 2016 में बायबैक का ऐलान किया है. लेटेस्ट बाय बैक की बात करें तो साल 2021 में कंपनी ने करीब 9500 के शेयर बायबैक का ऐलान किया था. करोड़ रुपये प्रति शेयर पर 400 रुपये.

वहीं, साल 2019 के दौरान कंपनी ने करीब 10,500 करोड़ रुपए के शेयर बायबैक करने का ऐलान किया था, जिसमें कंपनी ने अपने निवेशकों को 325 रुपये प्रति शेयर का ऑफर प्राइस दिया था.

कंपनी का होल्डिंग पैटर्न

विप्रो कंपनी के 21 अप्रैल तक के होल्डिंग पैटर्न पर नजर डालें तो यहां प्रमोटर्स की होल्डिंग सबसे ज्यादा है, जो करीब 72.92 फीसदी है. इसके बाद सबसे ज्यादा होल्डिंग विदेशी संस्थागत निवेशकों की है, जो 6.42 फीसदी है. वहीं म्यूचुअल फंड की कुल होल्डिंग 2.74 फीसदी है.