रायपुर। पूर्ववर्ती भाजपा सरकार के कार्यकाल के दौरान आदिवासियों के साथ धोखाधड़ी करते हुए फर्जी हस्ताक्षर से जमीन की रजिस्ट्री करने का आरोप लगाया गया है. कांग्रेस नेता विनोद तिवारी ने आरोप के साथ बाकायदा दस्तावेज पेश किए हैं.
छत्तीसगढ़ कांग्रेस कमेटी संयुक्त महासचिव विनोद तिवारी ने दस्तावेजों के साथ प्रेस कांफ्रेंस में बताया कि कृषि भूमि के नाम पर धोखा देकर बड़े झाड़ के जंगल की नियम विरुद्ध रजिस्ट्री की गई. 202 रजिस्ट्री में से 170 रजिस्ट्री बिना नक्शा-खसरा, बी-1 के विधि विरुद्ध रजिस्ट्री कर दी गई. 24 रजिस्ट्रियों में स्टाम्प पेपर नहीं लगाये गए.
विनोद तिवारी ने बताया कि 10 साल पहले दर्जनों कमार, भुजिया की सैकड़ों एकड़ ज़मीन की रजिस्ट्री करवा दी, लेकिन आज तक उन्हें ना जमीन मिली ना रजिस्ट्री कापी. वहीं जिन आदिवासियों से जमीन खरीदी गई थी, उनसे भी धोखा करते हुए पूरा पैसा नहीं दिया गया. कांग्रेस नेता ने इसे कमार/भुजिया विकास प्राधिकरण का काला कारनामा बताते हुए आरोप लगाया कि तात्कालिक भूमि की कीमत को 5 गुना ज्यादा बताकर शासकीय पैसों का भी बंदरबांट किया गया.