नई दिल्ली। देश में घरेलू उड़ान सेवाएं शुरू होने के साथ ही कोरोना पॉजिटिव के नए मामले सामने आने लगे हैं. वायरस से प्रभावित लोगों में विमान के क्रू मेंबर से लेकर यात्री तक शामिल हैं. ऐसी स्थिति में विमान में सफर को लेकर लोगों में असमंजसता बढ़ने लगी है.

घरेलू उड़ान शुरू करने से पहले नागरिक उड्डयन मंत्रालय ने विस्तृत दिशा-निर्देश जारी किए थे. इसका असर है कि कोरोना पॉजिटिव लोगों की पहचान भी हो जा रही है, लेकिन समस्या यह है कि उड़ान भरने से पहले जो यात्री संक्रमित नहीं नजर आ रहे थे, वे विमान से उतरने के बाद संक्रमित नजर आने लगे हैं. स्पष्ट है कि फ्लाइट के दौरान सहयात्री या क्रू मेंबर की वजह से वे वायरस से संक्रमित हो रहे हैं.

एयर इंडिया की दिल्ली-लुधियाना उड़ान में एक कोरोना पॉजिटिव की वजह से सभी यात्रियों और क्रू मेंबर्स को क्वारंटीन कर दिया गया है. इसी तरह इंडिगो के चेन्नई-कोयंबटूर उड़ान में भी एक कोरोना पॉजिटिव पाया गया, जिसकी वजह से पूरे क्रू मेंबर्स को क्वारंटीन कर दिया है. हालांकि, सफर करने वाले अन्य यात्री संक्रमित नहीं पाए गए हैं, लेकिन उन्हें भी एहतियातन 14 दिन के होम क्वारेंटाइन किया गया है.

राज्य सरकारों ने जताया था विरोध

घरेलू उड़ान शुरू करने से पहले राज्य सरकारों ने सरकार के फैसले पर विरोध जताया था. पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ने तो कोलकाता एयरपोर्ट से 30 मई तक विमान नहीं उड़ाने को कहा है. महाराष्ट्र में भी मुंबई से घरेलू उड़ान शुरू करने पर अपनी आपत्ति दर्ज कराई है.