पुरुषोत्तम पात्र, गरियाबन्द। तेल नदी में मौजूद पुरनापानी रेत खदान में लोडिंग की व्यवस्था ही नहीं और लोडिंग चार्ज के नाम पर प्रति घन मीटर 99 रुपए की वसूली हो रही है. परिवहन के लिए न रास्ता बनाया गया है, और न ही माइनिग एरिया का सीमांकन किया गया है.

देवभोग के बीचों-बीच बहने वाली तेलनदी में पुरनापानी घाट मे खनिज विभाग द्वारा रेत खदान की लीज देवभोग के अमित एजेंसी को दी गई है. पिछले एक माह से रॉयल्टी काटने की शुरुआत ठेकेदार ने की है. शुरू के दो हफ्ते तक प्रति घन मीटर 99 रुपए की दर पर रॉयल्टी पर्ची काटी जा रही था, लेकिन पिछले एक सप्ताह से अचानक 166 रुपए प्रति घन मीटर की पर्ची काटना शुरू कर दिया गया.

खनिज विभाग बाकायदा एक पत्र जारी कर लिए जा रहे कीमतों का विवरण दिया है, जिसमें रेत की रॉयल्टी प्रति घन मीर 50 रुपए, पर्यावरण उपकर 11.25 रुपए, अधो संरचना विकास उपकर 11.25 रुपए, टीसीएस 1 रुपए, डीएमएफ के लिए 5 रुपए के अलावा लोडिंग चार्ज 99 रुपया मिलाकर कुल 166 रुपए प्रति घन मीटर शुक्ल निर्धारित किया गया है. लेकिन ठेकेदार ने अनुबन्ध के मुताबिक खदान स्थल पर लोडिंग के लिए मजदूर या मशीन को कोई प्रबंध नहीं किया है.

मामले में जिला खनिज अधिकारी बीएल नागेश ने कहा कि, लोडिंग का प्रावधान तो करना अनिवार्य है, ठेकेदार स्थानीय ग्रामीण मजदूर रखने की जानकारी दे रहे हैं, अगर ऐसा नहीं है तो निर्देश दिया जाएगा. 99 रुपए में 50 रुपए ठेकेदार का है, और आधी राशि प्रीमियम के तौर पर खर्च करना है, जिसमें आवागमन के लिए मार्ग के अलावा एनजीटी के तय गाइड लाइन के मुताबिक पर्यावरण पर खर्च करना है. वहीं ठेकेदार अमित सिंघल ने सवालों में जवाब कहा है कि जल्द ही लोडिंग की व्यवस्था करवा दी जाएगी. अभी एक ट्रैक्टर ट्रॉली रेत (3 घन मीटर) का 500 ले रहे हैं, लोडिंग व्यवस्था करने का बाद 3 घन मीटर का 750 रुपए चार्ज वसूलेंगे.