अनूप मिश्रा, बहराइच. जिले के महसी तहसील के भौंरी ग्राम पंचायत के बहोरवा गांव में एक बार फिर भेड़िए के हमले से दहशत फैल गई है. गुरुवार देर रात एक जंगली जानवर ने मां के साथ सो रही एक 3 महीने की बच्ची को मार डाला. बीते तीन दिनों में यह दूसरी ऐसी घटना है, जिसने स्थानीय लोगों में भय का माहौल पैदा कर दिया है. गुरुवार रात करीब 3 बजे, बहोरवा गांव के दिनेश तिवारी की 3 महीने की बेटी अपनी मां के साथ बरामदे में सो रही थी. अचानक एक हिंसक जानवर ने बच्ची को मां की गोद से छीन लिया। बच्ची की मां की चीख सुनकर परिवार और पड़ोसी जाग गए और तुरंत बच्ची की तलाश शुरू की. रात भर खोजबीन के बाद भी जब बच्ची का कोई सुराग नहीं मिला, तो सुबह ग्रामीणों ने गांव से करीब 600 मीटर दूर एक गन्ने के खेत में बच्ची के शव के अवशेष बरामद किए, जो बुरी तरह से क्षत-विक्षत थे.

यह घटना उसी इलाके में हुई है, जहां 10 सितंबर 2025 को एक 5 साल की बच्ची पर भी भेड़िए ने हमला किया था, और उसका शव भी गन्ने के खेत में मिला था. ग्रामीणों का मानना है कि यह हमला भी उसी जंगली जानवर ने किया है, जिसने हाल के महीनों में कई बच्चों को अपना निशाना बनाया है. पिछले साल भी महसी तहसील में भेड़िए के हमलों में 10 लोगों की जान गई थी और 60 से ज्यादा लोग घायल हुए थे.

इसे भी पढ़ें : न कोई नियम न कोई कायदा! बाइक पर कहीं 3 तो कहीं 4 सवारी भर रहे फर्राटे, ऑटो चालक भी बेलगाम, सो रहे जिम्मेदार?

लगातार हो रहे इन हमलों से बहोरवा गांव और आसपास के इलाकों में दहशत का माहौल है. ग्रामीणों ने प्रशासन से जल्द से जल्द इस हिंसक जानवर को पकड़ने की मांग की है. लोगों का कहना है कि वे रात में घर से निकलने से डर रहे हैं और बच्चे व महिलाएं सबसे ज्यादा खतरे में हैं. इसके अलावा, प्रभावित परिवारों को उचित मुआवजा देने की भी मांग की गई है.

घटना की सूचना मिलते ही वन विभाग और पुलिस की टीमें मौके पर पहुंची. डीएफओ राम सिंह यादव ने बताया कि मामले की जांच शुरू कर दी गई है. उन्होंने कहा कि हमले के पैटर्न और पगचिह्नों से ऐसा लगता है कि यह भेड़िए का काम हो सकता है, लेकिन अंतिम निष्कर्ष पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट और अन्य सबूतों की जांच के बाद ही निकाला जाएगा. वन विभाग ने क्षेत्र में गश्त बढ़ा दी है और जंगली जानवर को पकड़ने के लिए पिंजरे लगाने की योजना बनाई है. इसके अलावा, ड्रोन कैमरों की मदद से भी इलाके की निगरानी की जा रही है.