छतरपुर। कलेक्ट्रेट परिसर में महिला अपने पति को गोद में लेकर पहुंची तो देखने वाले देखते ही रह गए. हर कोई पुरुष को गोद में लेकर महिला के कलेक्टेोरेट आने का कारण जानने को उत्सुक था. वहीं कई लोग उनकी मजबूरी और कड़ी धूप में कलेक्ट्रेट पहुंचने पर सहानुभूति के भाव से भी देख रहे थे.

मामला मध्यप्रदेश के छतरपुर का है. जहां जन सुनवाई के दौरान महिला अपने दिव्यांग पति को गोद में लेकर कलेक्ट्रेट पहुंची थी. पैर से विकलांग व्यक्ति अनुकंपा नियुक्ति के लिए शासन-प्रशासन का चक्कर लगा रहा है. बताया जाता है कि इसके पहले भी वह कलेक्ट्रेट का चार बार चक्कर लगा चुका था. पांचवीं बार उनकी पत्नी पति को गोद में लेकर कलेक्टर के समक्ष गुहार लगाने पहुंची थी.

अनुकंपा नियुक्ति का इंतजार

बता दें कि लवकुश नगर क्षेत्र से आए विकलांग युवक अंशुल गौड की मां शिक्षक थी. मां की मौत के बाद विकलांग बेटा अनुकंपा नियुक्ति के लिए कई बार चक्कर लगा चुका है. शासन की ओर से इस संबंध में आदेश भी किया जा चुका है, लेकिन इसके बाद भी आदेश का पालन विभाग की ओर से नहीं किया जा रहा है. पत्नी के साथ पहुंचे परेशान विकलांग युवक ने कलेक्टर शैलेंद्र सिंह को पीड़ा सुनाई, जिस पर कलेक्टर ने उन्हें हरसंभव मदद का भरोसा दिलाया है.