जुबैर अंसारी/ सुपौल। जिले के लक्ष्मीनिया पंचायत अंतर्गत कलिकापुर वार्ड संख्या 09 में विश्वकर्मा पूजा के अवसर पर आयोजित आर्केस्ट्रा कार्यक्रम के दौरान महिला डांसर के साथ गैंगरेप की शर्मनाक घटना सामने आई है। पीड़िता इस समय सुपौल सदर अस्पताल में भर्ती है जहां उसका इलाज चल रहा है। घटना को लेकर अब तक FIR दर्ज नहीं हो सकी है क्योंकि दो थानों के बीच घटनास्थल के पीओ (Place of Occurrence) को लेकर विवाद बना हुआ है।

तीन युवकों ने की दरिंदगी

पीड़िता के अनुसार वह गुरुवार की आयोजित आर्केस्ट्रा में डांस कर रही थी। उसी दौरान चिन्टू नामक युवक ने उसे यह कहकर बुलाया कि बाकी डांसर सो गई हैं तुम भी चलो। महिला जैसे ही उसके साथ गई रास्ते में दो अन्य युवक भी आ गए और उसे एक सुनसान जगह पर ले जाकर तीनों ने बारी-बारी से दुष्कर्म किया।

चीखने पर मुंह में ठूंसा कपड़ा

महिला का आरोप है कि जब उसने विरोध किया और मदद के लिए चिल्लाने की कोशिश की, तो आरोपियों ने उसके मुंह में कपड़ा ठूंस दिया। इसके बाद तीनों युवकों ने घंटों तक उसे शारीरिक और मानसिक यातना दी। हालत बिगड़ने पर आरोपी उसे प्रतापगंज पीएचसी में भर्ती कराकर फरार हो गए। साथ ही महिला का नाम-पता भी गलत दर्ज कराया।

डांसर गायब होने पर शुरू हुई खोजबीन

सरस्वती कला मंच के संचालक योगेश्वर मुखिया ने बताया कि 30,000 रुपये में दो रात के लिए प्रोग्राम बुक किया गया था। राघोपुर और रतनपुरा से कलाकार बुलाए गए थे। रात ढाई-तीन बजे एक महिला डांसर के लापता होने की जानकारी मिली जिसके बाद खोजबीन की गई और घटना का खुलासा हुआ।

थानों में उलझा घटनास्थल का क्षेत्राधिकार

ललितग्राम थानाध्यक्ष अंजली कुमारी के मुताबिक घटनास्थल का पीओ स्पष्ट नहीं हो पाया है। कार्यक्रम कई जगहों पर हो रहे थे। जांच के बाद ही कुछ कहा जा सकेगा। पीड़िता की गंभीर स्थिति को देखते हुए उसे सुपौल सदर अस्पताल रेफर कर दिया गया।

सवाल उठता है न्याय कब?

इस घटना ने एक बार फिर से बिहार में महिलाओं की सुरक्षा पर सवाल खड़े कर दिए हैं। FIR दर्ज नहीं होना और पीओ विवाद में उलझा मामला दर्शाता है कि सिस्टम अभी भी महिलाओं के प्रति गंभीर नहीं है।