सत्या राजपूत, रायपुर। डॉ. भीमराव अंबेडकर स्मृति चिकित्सालय (मेकाहारा) में आज सुबह आरंग से लगभग 8:45 बजे प्रथम बार प्रसव के लिए गर्भवती महिला स्त्री एवं प्रसूति रोग की ओपीडी में पहुंची। प्रसव पीड़ा को महिला ने मल त्याग की तीव्र आवश्यकता समझा और शौचालय चली गई। इस दौरान स्थिति की गंभीरता को देखते हुए परिजनों ने तत्काल ओपीडी स्टाफ को सूचना दी और इसी बीच उसने शौचालय में ही 2.4 किलोग्राम वज़न की स्वस्थ बालिका को जन्म दिया।


डॉक्टरों और नर्सिंग स्टाफ की तत्परता से महिला को सहायता दी गई। स्टाफ ने तुरंत उसे प्रसव कक्ष में स्थानांतरित किया तथा आवश्यक देखभाल की। महिला व बच्ची को कोई चोट या हानि नही हुई।
नवजात शिशु को शिशु रोग विशेषज्ञों को दिखाया गया और तुरंत देखभाल की गई। बच्ची को आवश्यक टीके भी लगाए गए और परिजनों को सुरक्षित सौंपा गया। चूंकि महिला का ब्लड ग्रुप नेगेटिव था, अतः नवजात का ब्लड ग्रुप जांचा गया। पॉजिटिव पाए जाने पर महिला को एंटी-डी (Rh(D) इम्यूनोग्लोब्युलिन) इंजेक्शन एवं अन्य दवा तुरंत दी गई।
महिला को देखने वाले विशेषज्ञ डॉक्टरों ने बताया कि मां और बच्ची दोनों स्वस्थ हैं। समय पर मिली देखभाल और परिजनों के सहयोग से महिला और शिशु सुरक्षित हैं।
समझे प्रसव लक्षणों को
इस केस को देखते हुए विशेषज्ञों ने सलाह दी है कि प्रसव पीड़ा के दौरान यदि महिला को अचानक मल त्यागने की तीव्र इच्छा महसूस हो, तो यह संकेत हो सकता है कि प्रसव शीघ्र होने वाला है। ऐसी स्थिति में तुरंत सुरक्षित जगह पर पहुंचना अत्यंत आवश्यक है, ताकि मां और शिशु दोनों को सुरक्षित रखा जा सके।
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