Most Unfortunate Mother: इंसान अपने बच्चों को इसलिए जन्म देता है ताकि जब वह वयस्क हो जाए तो बच्चे कम से कम उसके बुढ़ापे की लाठी बनकर उसका साथ दें. खासकर मां अपने बच्चों से बहुत उम्मीदें रखती है. सोचिए अगर कोई मां एक दर्जन बच्चों को जन्म दे और उनमें से एक भी उसके बुढ़ापे का सहारा न बने तो उसके दिल का क्या हाल होगा. ऐसा ही कुछ हुआ है केन्या में रहने वाली एक महिला के साथ.

https://www.instagram.com/reel/Cs35fQMvuJ6/?utm_source=ig_web_copy_link

कहने को तो महिला ने अपनी कोख से 11 बच्चों को जन्म दिया, लेकिन हालत यह है कि उनमें से एक भी उसके काम का नहीं है. शायद इसे ही दुर्भाग्य कहते हैं, जो केन्या के किसुमू गांव की इस मां के साथ हुआ है. उसने अपनी कोख से 12 बच्चों को जन्म दिया, लेकिन उनमें से 11 बच्चे पूरी तरह से अंधे हैं. उनमें से एक को आंखों से थोड़ा-थोड़ा दिखाई देता है, लेकिन वह भी इतना नहीं कि कुछ कर सके.

बुढ़ापे में 11 अंधे बच्चों की देखभाल

एग्नेस नाम की इस महिला की शादी 21 साल पहले हुई थी. शादी के बाद जब वह गर्भवती हुई तो उसे कोई अंदाजा नहीं था कि आगे क्या होने वाला है. उनका पहला बच्चा अंधा पैदा हुआ था. डॉक्टरों और अस्पताल के लोगों को इसका कारण पता नहीं चल सका. आगे स्वस्थ बच्चों की चाहत में एग्नेस ने करीब 10 और बच्चों को जन्म दिया.

दुर्भाग्य ऐसा था कि उसके गर्भ से जितने भी बच्चे पैदा हुए, वे सभी अंधे निकले. उसकी हालत देखने के बाद गांव में लोग उसे शापित कहने लगे, लेकिन जिस नर्क से वह गुजर रही है उसका दर्द केवल एग्नेस ही जानती है.

औरत दुर्भाग्य का दूसरा नाम बन गई

एग्नेस के जीवन की शुरुआत में, सब कुछ अभी भी ठीक था. पति-पत्नी मिलकर बच्चों की देखभाल करते थे. परेशानी तब और बढ़ गई जब एग्नेस के पति की मृत्यु हो गई और उसके 11 अंधे बच्चे रह गए. वे अपने बच्चों को ठीक से खाना नहीं खिला पाते.

उनका बड़ा बेटा अब 40 साल से ज्यादा का हो चुका है. सभी भीख मांगकर गुजारा कर रहे हैं. वहीं गांव वालों का मानना है कि किसी ने उन पर काला जादू किया है, जिसके कारण उनके गर्भ में पल रहे सभी बच्चे अंधे हो गए.

Read more- Health Ministry Deploys an Expert Team to Kerala to Take Stock of Zika Virus