दिल्ली। कहावत है कि एक बिहारी सब पर भारी। इस कहावत को केरल में रहने वाली बिहार की रोमिया काथुर ने एकदम सच साबित किया है।
बिहार के एक गांव से आई रोमिया काथुर ने केेेरल मेें राज्य साक्षरता मिशन प्राधिकरण की तरफ से आयोजित मलयाली भाषा की परीक्षा में पूरे 100 अंक लाकर पहला स्थान हासिल किया। किसी गैर मलयाली द्वारा मलयाली भाषा में महारत हासिल करना वाकई में काबिल ए तारीफ काम है। रोमिया के इस कारनामे की चर्चा पूरे केरल में हो रही है।
मूल रूप से बिहार की रहने वाली रोमिया छह साल पहले अपने पति सैफुल्लाह के साथ केरल के दक्षिणी कोल्लम जिले में आई थी। वो यहां जूस की दुकान चलाती हैं। दरअसल केरल सरकार राज्य मेंं साक्षरता परीक्षा योजना ‘चांगति (दोस्त)’ चलाती है। ‘चांगति’ योजना का लक्ष्य प्रवासी मजदूरों को चार महीने के भीतर मलयालम भाषा सिखाना है। इसमें करीब चार हजार मजदूरों ने भाग लिया था।