दिल्ली। वैसे तो बिहार में सरकारी सिस्टम पूरी तरह से वेंटीलेटर पर है। अब राज्य के स्वास्थ्य विभाग का एक और शर्मनाक कारनामा सामने आया है।

दरअसल, बिहार के मुजफ्फरपुर से एक अनोखा मामला सामने आया है। यहां सरकारी अस्पताल में नसबंदी करवाने के दो साल बाद एक महिला गर्भवती हो गई। इसके बाद स्वास्थ्य विभाग की लापरवाही से गुस्साई महिला ने जिला उपभोक्ता फोरम में शिकायत की है और सरकार से 11 लाख रुपये के मुआवजे की मांग की है। मामला मुजफ्फरपुर के मोतीपुर प्राथमिक केंद्र का है। जहां प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पर 2019 में नसबंदी कराने वाली महिला फूलकुमारी देवी विभाग की लापरवाही के चलते फिर से गर्भवती हो गई है।

 

उन्होंने बताया कि जब मैंने मोतीपुर पीएचसी में जाकर अपने गर्भवती होने की जानकारी दी तो मेरा अल्ट्रासाउंड करवाया गया। रिपोर्ट में फुलकुमारी गर्भवती पाई गईं। दरअसल, महिला के पहले से ही चार बच्चे हैं। जिसके चलते वह आगे बच्चा नहीं चाहती थी। जिसके चलते ही उसने नसबंदी कराई थी। दोबारा गर्भवती होने पर महिला ने इस मामले को लेकर मुजफ्फरपुर उपभोक्ता फोरम में स्वास्थ्य विभाग पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए शिकायत दर्ज कराई है। उसने सरकार से 11 लाख रुपये के मुआवजे की मांग की है।