रोहित कश्यप, मुंगेली। लंबे समय से पेट दर्द को लेकर परेशान रहने वाली महिला को तब राहत मिल गया जब 7 साल पुरानी गांठ को 100 बिस्तर मातृत्त्व एवं शिशु अस्पताल के डॉक्टरों ने सफल ऑपरेशन कर 5 किलोग्राम का ट्यूमर निकाला. महिला के पेट से ट्यूमर को निकालना जरूरी तो था ही. वहीं महिला हृदय रोग से भी पीड़ित थी, जिसके चलते उनका ऑपरेशन करना हाईरिस्क प्रतीत हो रहा था, जो कि डॉक्टरों के लिए एक बड़ी चुनौती साबित हो रही थी. लेकिन यहां पदस्थ प्रसूति एवं स्त्री रोग विशेषज्ञ डॉ हिना पारख ने अपनी टीम के साथ हाईरिस्क इस चैलेंजिंग पूर्ण जटिल एवं सफल ऑपरेशन को अंजाम दिया है.

डॉ हिना पारख ने बताया कि महिला के पेट से 5 किलो का ओवेरियन ट्यूमर को निकाला गया है, जो कि महिला के पेट अंदर 7 साल से गांठ के रूप में मौजूद थी, जिसके चलते आये दिन वह पेट दर्द से परेशान रहती थी. जिससे अब महिला राहत की सांस ले रही है. 48 वर्षीय महिला मरीज का नाम पंचबाई है जो कि बेमेतरा जिले के नवागढ़ ब्लॉक की धोबनी कला गांव की रहने वाली है. वहीं महिला के परिजनों ने ऑपरेशन करने वाले डॉक्टरों की टीम के प्रति आभार जताते हुए कहा कि इससे पहले वे लोग कई निजी डॉक्टरों के पास जाकर हजारो रुपये बर्बाद कर चुके थे. इसके बावजूद अभी तक सफल उपचार नहीं हो सका था. लेकिन मुंगेली के इस सरकारी 100 बिस्तर अस्पताल ने मरीज को नया जीवन दान दे दिया है.

दूसरे जिले के लोगों का भी बढ़ रहा भरोसा

मुंगेली के 100 बिस्तर मातृत्व एवं शिशु अस्पताल के प्रति जिले के अलावा पड़ोसी जिले के लोगों का भी विश्वास बढ़ने लगा है तभी तो बेमेतरा और कवर्धा जिले के कई मरीजो का यहां उपचार हो चुका है. लोगों का कहना है कि यहां उपलब्ध संसाधनों व विशेषज्ञ डॉक्टरों की टीम की उपलब्धता और मरीजों के प्रति समपर्ण भाव से कार्य की वजह से लोगों का हॉस्पिटल के प्रति विश्वास बढ़ता जा रहा है.

अंडाशय के अंदर गांठ बेहद खतरनाक

अंडाशय (ovaries) एक महिला प्रजनन प्रणाली का अभिन्न अंग हैं. वे न केवल गर्भाधान की संभावनाओं का समर्थन करते हैं, बल्कि अंडाशय रक्तप्रवाह (ovary bloodstream) में हार्मोनल विनियमन में भी सहायता करते हैं. अंडाशय की सिस्ट, अंडाशय में सौम्य तरल पदार्थ (benign fluid-filled sacs) से भरे थैले होते है. हालांकि यह अधिकांश भाग के लिए हानिकारक नहीं है, लेकिन कुछ अंडाशय के सिस्ट (Ovarian cyst) बाद में उचित निदान और उपचार के बिना कैंसर में बदल सकते हैं. अंडाशय के सिस्ट उल्लेखनीय लक्षण नहीं दिखाते हैं, जिससे रोगियों के लिए शीघ्र और सटीक निदान प्राप्त करना मुश्किल हो जाता है.

एक्सपर्ट से जानिए लक्षण और उपचार के बारे में

प्रसूति एवं महिला रोग विशेषज्ञ डॉ हिना पारख ने बताया कि अधिकतर, छोटे आकार के सिस्ट किसी भी खतरे का कारण नहीं बनते हैं क्योंकि वे अपने आप ही घुलकर ठीक हो जाते हैं. लेकिन कुछ गंभीर मामलों में एक डिम्बग्रंथि सिस्ट(ओवेरियन सिस्ट) तरल पदार्थ से भरता रहता है और जिसके कारण इसका आकार सामान्य से बड़ा हो जाता है. कभी-कभी पेडल पर मुड़ सकता है और बहुत बड़ा हो सकता है. ऐसे बढ़े हुए सिस्ट के कारण ओवेरी में खून की आपूर्ति(Blood Supply) को बाधित कर सकते हैं और इससे गंभीर समस्याओं का सामना करना पड़ता हैं जैसे- तीव्र पैल्विक दर्द, अचानक वजन घटाने और सेक्स के दौरान दर्द. यदि आप इनमें से किसी भी लक्षण का अनुभव करते हैं, तो अपने स्त्री रोग विशेषज्ञ से सलाह लें और आपातकालीन में तुरंत डॉक्टर की सलाह लें.

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