पुष्पेंद्र सिंह, दंतेवाड़ा। “जाको राखे साइयां मार सके न कोय, बाल न बांका करि सके जो जग बैरी होय” यह कहावत एक बार फिर सच साबित हुई. आज सुबह बालूद पंचायत की निवासी फूलमती यादव, अपने पिता मंगलू यादव के साथ मां दंतेश्वरी के दर्शन करने आई थी. दर्शन से पहले, वह डंकनी-शंखनी नदी के संगम पर स्नान करने पहुंची, जहां वह अचानक पानी के भंवर में फंस गईं और पानी का तेज बहाव वह बह गईं.
पानी के तेज बहाव में बहती फूलमती दो किलोमीटर दूर तक नदी में बहते गई. इस बीच नदी के बीच खड़े छोटे-छोटे पेड़ों में महिला फंस गई और जोर-जोर से बचाओ-बचाओ की पुकार लगाई, जिसे सुनकर वहां मौजूद ग्रामीणों ने तुरंत पुलिस को घटना की सूचना दी. मौके पर पहुंची पुलिस ने पहले ग्रामीणों की सहायता से महिला को निकालने की कोशिश की, लेकिन जब सफलता नहीं मिली तो गोताखोरों को बुलाया गया. गोताखोरों ने लाइव जैकेट पहनकर नदी में कूदकर महिला को सुरक्षित बाहर निकाला. करीब दो घंटे चले रेस्क्यू के बाद महिला को बचाया गया. इस दौरान कोतवाली थाना प्रभारी विजय पटेल खुद बचाव अभियान की निगरानी कर रहे थे. जैसे ही महिला को नदी से निकला गया उसे पुलिस ने तत्काल जिला अस्पताल पहुंचाया. वहां महिला का उपचार जारी है. फिलहाल महिला खतरे से बाहर है.
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