पवन दुर्गम, बीजापुर. एक बार फिर बीजापुर में आदिवासी महिलाओं ने सीआरपीएफ और पुलिस जवानों पर शारीरिक रूप से प्रताड़ित करने और लूटपाट करने का गंभीर आरोप लगाया है. जिला मुख्यालय से करीब 15 किमी दूर पदेडा की 50 से ज्यादा महिलाएं आज कलेक्टर से मिलने पहुंची थीं. दुधमुंहे मासूमों को लेकर महिलाएं पदेड़ा सरपंच गुड्डू कोरसा के नेतृत्व में कलेक्टर कार्यालय पहुंचीं थीं.

महिलाओं का आरोप है कि पोंजेर, चेरपाल और गंगालूर में तैनात सिविल पुलिस और सीआरपीएफ के जवान उन्हें गांवों से उठाकर ले जाती है और फर्जी मुकदमों में जेल भेज देती हैं. महिलाओं का आरोप है कि मासूम बच्चों की माताओ के साथ भी फ़ोर्स के जवान मारपीट करते हैं और घर में रखे पैसे समान लूटकर ले जाते हैं.

महिलाओं ने बीजापुर कलेक्टर केडी कुंजाम से गुहार लगाई कि उन्हें फ़ोर्स की प्रताड़ना से मुक्ति दिलाएं. महिलाओं के मुताबिक कलेक्टर ने पीड़ितों को एसपी से मिलकर मामले से अवगत कराने की बात कही है.