भुवनेश्वर : महिला एवं बाल विकास विभाग ने ओडिशा में अनाथ और सिंगल अभिभावक बच्चों की पहचान के लिए राज्यव्यापी सर्वेक्षण शुरू किया है, जिसमें अधिकारियों से इस प्रक्रिया को प्राथमिकता देने का आग्रह किया गया है। सभी जिला कलेक्टरों को एक अधिसूचना जारी की गई है, जिसमें सर्वेक्षण के लिए दिशा-निर्देश और प्रारूपों का विवरण दिया गया है।
यह सर्वेक्षण जिला समाज कल्याण अधिकारियों (DSWO), ICDS पर्यवेक्षकों, बाल विकास परियोजना अधिकारियों (CDPO) और जिला बाल संरक्षण अधिकारियों (DCPO) की देखरेख में आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं (AWW) द्वारा किया जाएगा। DCPO को सर्वेक्षण के लिए जिला नोडल अधिकारी के रूप में नामित किया गया है।

राज्य स्तरीय प्रशिक्षकों का प्रशिक्षण 26 जून तक पूरा हो जाएगा, उसके बाद 5 जुलाई तक जिला स्तरीय प्रशिक्षण होगा। सर्वेक्षणकर्ताओं का सेक्टर स्तरीय प्रशिक्षण 10 जुलाई तक समाप्त हो जाएगा। डेटा संग्रह चरण 11 जुलाई को शुरू होगा, जिसमें आंगनवाड़ी कार्यकर्ता 21 जुलाई तक आईसीडीएस पर्यवेक्षकों को सूचना प्रपत्र जमा करेंगे। सत्यापन प्रक्रिया 2 अगस्त तक चलेगी, उसके बाद 3 अगस्त से 18 अगस्त के बीच डेटा प्रविष्टि होगी। अंतिम समेकित रिपोर्ट 4 सितंबर तक महिला एवं बाल विकास विभाग को सौंपी जाएगी।
अधिकारियों का लक्ष्य इस महत्वपूर्ण सर्वेक्षण के प्रभावी कार्यान्वयन को सुनिश्चित करना है, जो पूरे राज्य में कमजोर बच्चों के लिए कल्याणकारी नीतियों को आकार देने में मदद करेगा।
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