अब दिव्यांगों और महिलाओं को जेंडर बटज से लैपटॉप दिए जाने की योजना है. इसलिए उन्हें ऑनलाईन आवेदन करना होगा. इसके लिए 250 करोड़ रुपये का जेंडर बजट रखा है. इसमें से 25 करोड़ रुपये गया दिव्यांगों की मदद के लिए हैं. ये सुविधाएं मुंबरकरों को बीएमसी उपलब्ध कराएगी. बीएमसी के अधिकारी ने नाम न छापने की शर्त पर बताया कि जेंडर बजट का ज्यादातर हिस्सा अभी खर्च नहीं हुआ है. आपको बता दें कि बीएमसी मुंबईकरों को आधारभूत सुविधाएं उपलब्ध कराती है.

मीडिया रिपोर्ट्स में बीएमसी नियोजन विभाग के एक अधिकारी के हवालें से खबर है कि मुंबई क्षेत्र में रहने वाले दिव्यांगों को इस योजना का लाभ मिलेगा. दिव्यांग 28 नवंबर से 15 दिसंबर के बीच बीएमसी के पोर्टल पर जाकर ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं. यह दिव्यांगों को स्वरोजगार उपलब्ध कराने के लिए किया जा रहा है. वहीं

दिव्यांग एसोसिएशन के अनुरोध पर बीएमसी ने उन्हें स्टॉलों पर अन्य वस्तुओं को बेचने के साथ-साथ जेरॉक्स मशीनों को लगाने की अनुमति दी है. बीएमसी के प्लानिंग डिपार्टमेंट के माध्यम से दिव्यांगों के लिए विभिन्न योजनाएं तैयार की जा रही हैं, जिसमें चार पहिया स्कूटर प्रदान करने के लिए भी योजना भी शामिल है.