सुप्रिया पाण्डेय, रायपुर। राज्य महिला आयोग अध्यक्ष डॉ. किरणमयी नायक ने आज रायपुर की प्रकरणों पर सुनवाई की. जल विहार कॉलोनी, तेलीबांधा तालाब स्थित राज्य महिला आयोग में सुबह 11 से शाम 5 बजे तक सुनवाई की प्रक्रिया जारी रही. सुनवाई को लेकर राज्य महिला आयोग कि अध्यक्ष डॉ किरणमयी नायक ने बताया कि सुनवाई में कई तरह के मामले सामने आए हैं. कुछ मामले जिन को इंगित करना आवश्यक है. वह यह है कि ट्रक ड्राइवर का एक्सीडेंट हुआ था. उसका इलाज चल रहा है, उसके मालिकों ने उसे किसी भी तरह का मुआवजा नहीं दिया.इस मामले को लेकर ड्राइवर की पत्नी आई थी कि वह अब किसी काम का नहीं है. इस सुनवाई में अगली बार मालिक को बुलाया गया है.
पति-पत्नी के बीच आपसी समझौता नहीं था. उनके बच्चे है और दोनों जॉब में है. लड़के पक्ष को उनके माता-पिता के साथ अगली सुनवाई में बुलाया गया है और समझाइश दी गई है कि वे अपनी शर्ते लेकर आए, ताकि उन शर्तों के आधार पर प्रकरण का निराकरण हो और परिवारों का मिलन हो सके.
लगातार महिला आयोग द्वारा सुनवाई के जरिए लोगों के परिवार को जोड़ा जा रहा है. उनकी निगरानी करने के लिए भी एक समय सुनिश्चित कर रहे हैं. एकाएक प्रकरण खत्म हो गया. यह डर भी ना हो और पारिवारिक जीवन भी सुलझ जाए, तो हम निगरानी के लिए भी जनप्रतिनिधियों की ड्यूटी लगाते हैं. गरियाबंद और बिलासपुर में भी इसी तरीके से हमने 4 परिवारों को जोड़ा है.
उज्ज्वला गृह की आड़ में देह व्यापार के मामले को लेकर किरणमयी नायक ने कहा कंपनी को जांच में लिया गया है. 28 जनवरी को बिलासपुर कैंप है. उस केस के बारें में हम उसी दिन सुनवाई करेंगे. ताकि वस्तुस्थिति की जानकारी हो सके, हमने संबंधित सीएसपी, टीआई और उज्ज्वला गृह के अधिकारी व पदाधिकारी को सुनवाई में बुलाया है. साथ ही उन महिलाओं को भी बुलाया है, जिन्होंने देह व्यापार होने की बात कही है.
पूरे मामले की जानकारी के बाद ही हम किसी तरह का निर्णय लेंगे. पुलिस इसमें लगातार कार्रवाई कर रही है, पर उसमें पुलिस ने अब तक क्या कार्रवाई की है. यह जानकारी लेना भी हमारे लिए जरूरी है. हम एक तरफा निर्णय नहीं ले सकते हैं. हमको दोनों पक्षों को सुनकर ही निर्णय लेना होता है.