पंजाब किसान अपनी मांगों को लेकर शंभू बॉर्डर पर डटे हुए हैं, लेकिन अब शंभू बॉर्डर पर मोर्चा किसान महिलाएं संभालेंगी। बताया जा रहा कि खेतों में कटाई का समय आ रहा इसलिए किसान खेतों में वापसी करेंगे और महिला बॉर्डर पर रहेंगी। इस संबंधी आज किसान महिलाएं अमृतसर रेलवे स्टेशन पर इकट्ठी हो गई हैं जहां से वह शंभू बॉर्डर के लिए रवाना होंगी। किसान नेता पंधेर ने कहा कि 800 से 1000 किसान महिलाएं शंभू बॉर्डर के लिए रवाना हो रही हैं।

इस मौके किसान महिला सरबजीत कौर ने बातचीत करते हुए कहा कि वह आज शंभू बॉर्डर के लिए रवान हो रही हैं। आने वाले दिनों में खेतों में गेहूं की कटाई शुरू होने वाली जिसके लिए किसानों का खेतों में रहना बहुत जरूरी है। उन्होंने कहा कि वह सरकार से अपनी मांगे मनवाने जा रहे हैं। सरबजीत कौर ने आगे कहा कि उन्हें उनकी फसलों की सही मूल्य नहीं मिल पाता है। उनकी मेहनत का फायदा कार्पोरेट को मिलता है। किसानों को आलू के 4 रुपए मिलते हैं और बाजारो में चिप्स 25 से 30 रुपए में बिकते हैं।

वहीं इस दौरान किसान महिला ने ये भी कहा कि पंजाब सरकार उनके साथ नहीं खड़ी है। अगर साथ होती तो बॉर्डर पर इंटरनेट बंद नहीं करती और किसानों सारी सहूलतें देती। मगर ऐसा कुछ भी नहीं हुआ। किसान नेता सरवन सिंह पंधेर ने कहा कि 22 मार्च को सिरसा व 31 मार्च को अम्बाला में महापंचायत की जाएगी। किसान नेता पंधेर ने कहा कि आंदोलन के दौरान शहीद हुए शुभकरण सिंह की अर्थी कलश यात्रा को हरियाणा में 5 दिन हो गए हैं। हरियाण के लोग यात्रा के दर्शन के लिए इकट्ठे हो रहे हैं।

शंभू बॉर्डर