लोकेश प्रधान, बरमकेला. रायगढ़ जिले के बरमकेला जनपद की ग्राम पंचायत चांटीपाली के आश्रित ग्राम झाबड़ की महिलाओं ने शराब की अवैध बिक्री और गांजे की बिक्री रोकने महिलाओं ने मोर्चा खोल दिया है. महिलाओं का आरोप है कि बरमकेला पुलिस शराब की अवैध बिक्री पर कार्रवाई नहीं कर रही. जिससे क्षेत्र का माहौल खराब हो रहा है. उन्होंने कहा कि झाबड़ गांव में अवैध शराब व गांजा का धंधा फल-फूल रहा है. पुलिस और आबकारी विभाग सब कुछ जानते हुए भी मौन है. इसलिए महिलाओं को आधी रात तक अवैध शराब की बिक्री रोकने पहरेदारी करनी पड़ रही हैं.
सरपंच फूलबाई की नेतृत्व में 25 से 30 महिलाओं द्वारा समूह बनाकर गांव में न सिर्फ पहरेदारी की जा रही है, बल्कि गांव में शराब पीकर गाली-गलौच व महिलाओं से हाथापाई करने वालों को सबक भी सीखा रही है. साढ़े बारह सौ आबादी वाले इस गांव में लंबे समय से अवैध शराब बिक्री हो रही है. कोचियां कच्ची शराब बनाकर बेचने के साथ दुकानों से शराब लाकर गांव में बेच रहे हैं. शिकायत बरमकेला पुलिस व आबकारी विभाग को करने के बाद भी कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है. कभी कभार बरमकेला पुलिस कार्रवाई जरूर करती है, लेकिन छोटा प्रकरण बनाकर छोड़ देती है.
विभाग के उदासीन रवैये के चलते गांव में अवैध शराब बिक्री का सिलसिला बढ़ रहा है. इससे गांव में अशांति जैसा माहौल पनप रहा है, बल्कि छोटे-छोटे मासूम बच्चे भी नशे की चपेट में आ रहे हैं. सरपंच फूलबाई ने बताया कि गांव में अवैध शराब व गांजा की बिक्री से गांव में महिलाओं का निकलना मुश्किल हो चुका है. पुरूष अपनी पत्नियों से लड़ाई झगड़ा कर रहे हैं. महिला काम कर घर चला रही है और पुरूष शराब में उड़ा रहे हैं. इससे घर परिवार टूट रहा है. गांव को नशा मुक्त बनाने के लिए महिलाओं ने मोर्चा खोल दिया और गांव के महिला समूहों ने बैठक कर गांव में अवैध शराब नहीं बेचने देने का निर्णय लिया. गांव में कोचियों द्वारा बेचे जा रहे शराब को जब्त कर उन्हें पुलिस के हवाले करने का निर्णय लिया है. इसलिए महिलाएं रोज गांव में अब रात को पहरेदारी कर रही है.
मामले में बरमकेला थाना एएसआई विजय गोपाल का कहना है कि झाबड़ के जनप्रतिनिधियों द्वारा लिखित में इसकी शिकायत की गई है. जल्द ही इस क्षेत्र में टीम बनाकर कार्रवाई की जाएगी.