नई दिल्ली . महिला हेल्पलाइन नंबर 181 दो दिन तक बंद रहने के बाद फिर से शुरू हो गया. इसके शुरू होते ही इस पर कुल 1024 महिलाओं ने सहायता के लिए कॉल भी किया.

सरकार के मुताबिक, दिल्ली महिला आयोग के बजाए अब इस नंबर को महिला एवं बाल विकास विभाग संचालित करेगा. केंद्र सरकार के एक निर्देश के बाद इसका प्रबंधन और संचालन की जिम्मेदारी हस्तांतरित हुई. महिला एवं बाल विकास मंत्री कैलाश गहलोत ने कहा कि हेल्पलाइन 181 दिल्ली में महिलाओं के लिए एक मजबूत सहायता प्रणाली के रूप में, फिर से शुरू हो गया है. हम यह सुनिश्चित करेंगे कि इसके जरिए संकटग्रस्त महिलाओं को समय पर और प्रभावी सहायता मिल सके.

मालीवाल ने सेंटर में पुरुषों की तैनाती पर सवाल उठाए

आम आदमी पार्टी की राज्यसभा सांसद व दिल्ली महिला आयोग की पूर्व अध्यक्ष स्वाति मालीवाल ने 181 हेल्पलाइन नंबर के कॉल सेंटर में पुरुषों की तैनाती को लेकर सवाल उठाए है. स्वाति मालीवाल ने ट्वीट करके कहा कि कॉल सेंटर की तस्वीर से साफ है कि इस हेल्पलाइन को अब आदमी चला रहे है. जो लड़कियां रेप और तस्करी जैसे जघन्य अपराध रिपोर्ट करने के लिये कॉल करेंगी, वो तो लड़कों की आवाज़ सुनके ही फोन रख देंगी. 5 लोगों से हेल्पलाइन नहीं चलती. दिल्ली महिला आयोग जब यह हेल्पलाइन चलाता था तो इसपर रोजाना 2000 से 4000 कॉल आती थीं, जिसको 45 महिला काउंसलर्स सुनती थी. सबके पास सोशल वर्क या साइकोलॉजी में मास्टर्स डिग्री थी. महिलाओं का मुद्दा बहुत संवेदनशील होता है. इसको हठ से नहीं, सूझ बूझ से चलाना चाहिए.