
जयपुर। बकरी का दूध लाभकारी होता है, यह कुपोषण को दूर करने में काफी मदद करता है. लेकिन क्या आप जानते हैं कि बकरी के दूध से साबुन भी तैयार किया जाता है. जी हां, राजस्थान के बाड़मेर जिले की हरसाणी गांव की महिलाएं बकरी के दूध से साबुन तैयार कर रही हैं.
बकरी के दूध से बना यह साबुन त्वचा संबधी कई रोगों के इलाज में प्रयोग किया जाएगा. इसके अलावा ऑर्गेनिक गुणों के कारण त्वचा का रुखापन, ड्राई स्किन, डार्क स्पॉट को इस साबुन से ठीक किया जा सकता है. एक साबुन की कीमत करीब 150 रुपये है. पाकिस्तान की सीमा से लगते हरसाणी गांव की 29 महिलाएं ये साबुन बना रही हैं.
महज 6 दिन तक आयोजित किए गए ट्रैनिंग में हिस्सा लेने के बाद अब महिलाएं घर बैठे ही बकरी के दूध से साबुन बना रही हैं. बकरी के दुध से नीम, डिटॉल व जामस्मिन के साबुन बनाए जा रहे है जोकि त्वचा सम्बंधी रोगों को दूर करेगा.

इस साबुन के इस्तेमाल से फायदे
बकरी के दूध से बने साबुन से त्वचा के रोगों को दूर करने का दावा किया जा रहा है.कहा जा रहा है कि इससे झुर्रियां, कील-मुंहासे और अन्य प्रकार के Skin Diseases दूर हो रहे हैं. बकरी के दूध के साबुन के कई प्रकार के आयुर्वेदिक गुणों से भरपूर इस साबुन से त्वचा संबधी कई रोगों के इलाज के अलावा इसमें मौजूद ऑर्गेनिक गुणों के कारण इससे त्वचा का रुखा पन, ड्राई स्किन, डार्क स्पॉट को ठीक किया जा सकता है.
आगे ये भी सीखने का मौका
आने वाले समय में संस्थान की ओर से बाजरी से बने बेकरी उत्पाद, बिस्कुट, पेपर फाइल कवर, अगरबत्ती मेकिंग, मोमबत्ती मेकिंग, हर्बल उत्पाद, मिलेट उत्पाद आदि प्रशिक्षण कार्यक्रमो का आयोजन किया जाएगा. ढाई साबुन बेस में 200 ग्राम बकरी के दूध मिलाकर उसमें अलग अलग फ्लेवर यानी नीम, नींबू, जास्मिन, डिटॉल डालकर साबुन तैयार किया जाता है. एक साबुन 150 रुपये के हिसाब से बाजार में बेच सकते है.साथ ही इन औषधीय गुणों वाले साबुन की डिमांड बढ़ी है.
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