उत्तर प्रदेश में स्टार्टअप शुरू करने में महिलाएं देश में दूसरे पायदान पर हैं. पहले स्थान पर महाराष्ट्र है जबकि दिल्ली तीसरे स्थान पर है. एक तरह से समूचे उत्तर भारत में यूपी इस मामले में अव्वल है. अपने बूते स्टार्ट अप स्थापित करने में यूपी की महिलाओं ने बेहतर काम कर दिखाया है.

महिलाओं द्वारा संचालित स्टार्टअप में यूपी देश भर में दूसरे स्थान पर है. पहले स्थान पर महाराष्ट्र है जबकि दिल्ली तीसरे स्थान पर है. एक तरह से समूचे उत्तर भारत में यूपी इस मामले में अव्वल है. इस तरह उद्यम चलाने में महिलाओं की भागीदारी भी काफी बढ़ रही है.

केंद्र सरकार की हाल में आई रिपोर्ट ‘भारत में महिला एवं पुरुष-2023’ में विभिन्न मानकों पर महिलाओं की स्थिति आंकी गई है. अपना स्टार्टअप स्थापित कर उद्यम चलाने वाली महिलाएं यूपी में बेहतर काम कर रही हैं. वैसे तो पुरुषों द्वारा संचालित स्टार्टअप में महिलाएं भी काम करती हैं, लेकिन ऐसेस्टार्टअप जहां खुद महिलाएं संचालक या निदेशक हैं, उस लिहाज से यूपी में पिछले साल आए स्टार्टअप की संख्या 1780 पहुंच गई.

साल 2022 में महिला निदेशक के नेतृत्व वाले स्टार्टअप की संख्या 1290 थी. साल 2017 में ऐसे स्टार्टअप की तादाद महज 140 थी. सात साल में यह संख्या बढ़कर 1780 हो गई. वैसे 2017 से 2023 तक महिला नेतृत्व वाले कुल स्टार्टअप यूपी में तादाद 5556 है, डीपीआईआईटी द्वारा मान्यता प्राप्त स्टार्टअप को ही इस रिपोर्ट में शामिल किया गया है.