रायपुर। छत्तीसगढ़ राज्य शैक्षेणिक प्रशिक्षण एवं अनुसंधान परिषद की ओर से छापी गई किताब में एक पाठ्क्रम को लेकर फिर विवाद शुरू हो गया. दरअसल फिर एक बार एससीईआरटी महिला संबंधी कंटेंट को लेकर विवादों में है. मामला कक्षा 9वीं की सामाजिक विज्ञान किताब में महिलाओं की रोज की दिनचर्या से जुड़ी है. दरअसल अध्याय 15 में आर्थिक क्रियाओं की जानकारी में गैर भुगतान क्रिया को चित्रावली के जरिए समझाया गया.
इसमें यह बताया गया है कि महिलाएं पड़ोसियों से 1 घंटे बात करती हैं. टीवी देखती हैं. 1 घंटे तक भोजन करती है.  अध्याय 15 के पृष्ठ क्रमांक 233 में इसका उल्लेख है. एक ऐसे समय में जहां आधी आबादी महिलाओं की है और हर क्षेत्र में महिलाएं अब दखल रखने लग गई उसमें इस तरह महिलाओं की भूमिका को दर्शाना राज्य महिला आयोग ने गलत माना है. महिला आयोग की अध्यक्ष हर्षिता पाण्डेय ने कहा, कि इस तरह से महिलाओं की दिनचर्चा को प्रस्तुत करना उचित नहीं है. हम घरेलू काम-काजी महिलाओं को टीवी देखने और पड़ोसियों से बात करने वाली महिला के रूप में नहीं देख सकते हैं. वहीं शिक्षकों ने भी ऐसे पाठ्यक्रम को लेकर सवाल उठाए हैं. आपको बता दें कि इससे पहले एससीईआरटी की किताब में बेरोजगारी बढ़ने का कारण महिलाओं को बता दिया गया था. जिसे लेकर खूब विवाद हुआ था. ं