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बिलासपुर. पंचायतों के चुनाव के बाद मंगलवार को हुए पंच-सरपंचों के प्रथम सम्मेलन और शपथ ग्रहण समारोहों की किस तरह मखौल उड़ाया गया है, उसका एक उदाहरण बिलासपुर जिले के कोटा विकासखंड के ग्राम पंचायत मेलनाडीह में देखने को मिला. यहां सरपंच का पद महिला के लिए आरक्षित था और लक्ष्मीबाई जगत यहां की सरपंच निर्वाचित हुई हैं.
इसी प्रकार जिला पंचायत का क्षेत्र क्रमांक 1 महिला आरक्षित था और स्मृति श्रीवास इस क्षेत्र की प्रतिनिधि चुनी गई हैं. लेकिन शपथ ग्रहण समारोह के निमंत्रण पत्र पर निर्वाचित प्रतिनिधियों के नामों की जगह उनके पतियों क्रमशः मनीराम जगत और त्रिलोक श्रीवास के नाम से छापे गए हैं.
छतीसगढ़ किसान सभा ने इसे पंचायती राज कानून का घोर उल्लंघन बताया है और इसके लिए जिम्मेदार पंचायत अधिकारियों पर कार्रवाई की मांग की है. किसान सभा के राज्य उपाध्यक्ष राकेश सिंह चौहान ने कहा है कि यह सरासर ग्राम पंचायतों में निर्वाचित महिला प्रतिनिधियों के अधिकारों का हनन है और उनकी जगह उनके पतियों को गैर-कानूनी तरीके से उनके अधिकारों के इस्तेमाल को बढ़ावा देता है.
इन सब मामलों में प्रशासन के अधिकारियों का कर्तव्य बनता है कि वे महिला जनप्रतिनिधियों के अधिकारों की रक्षा करें, लेकिन इसके बजाय वे मौन हैं और उनके पतियों को भ्रष्टाचार और आर्थिक अनियमितताओं के लिए इस्तेमाल करना चाहते हैं.
किसान सभा नेता चौहान ने इस मामले की जांच करने और इसके लिए जिम्मेदार पंचायत अधिकारियों पर कार्रवाई करने की मांग की है.