बलौदाबाजार. छत्तीसगढ़ राज्य महिला आयोग ने महिलाओं से संबंधित समस्याओं के निराकरण के लिए आज बलौदाबाजार में सुनवाई की, जिसमें 41 प्रकरण रखे गए. इस दौरान 22 प्रकरण नस्तीबद्ध किए गए. वहीं 6 प्रकरणों को रायपुर सुनवाई के लिए भेजा गया. बाकी मामलों के लिए अगली तिथि जारी की गई. वहीं सामाजिक बहिष्कार के एक प्रकरण में पुलिस को एफआईआर दर्ज करने कहा गया.
राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष किरणमयी नायक ने बताया कि महिला आयोग द्वारा प्रदेश में अब तक 208 सुनवाई हुए हैं.

बलौदाबाजार मे यह पांचवी सुनवाई है. आज की सुनवाई मंे एक प्रकरण सामाजिक बहिष्कार का आया, जिसमें मामले की जांच की गई. सखी सेंटर एवं विधि सहायिका व पुलिस को मामले की जांच के लिए गांव भेजा गया, जहां ग्राम के सरपंच पंच व अन्य छह लोगों ने जांच करने गए लोगों के साथ अभद्रता की. किसी प्रकार का समझौता नहीं करने की बात पर कोतवाली पुलिस को एफआईआर दर्ज कर कार्यवाही करने कहा गया है.

महिला आयोग की अध्यक्ष ने कहा, सामाजिक बहिष्कार एक अभिशाप है, जिसे रोकना आवश्यक है और यह अक्सर महिलाओं के साथ होता है, जो कानून का उलंघन है. इस पर आज कार्यवाही करने कहा गया है. इसी तरह अन्य प्रकरण आए, जिसमें एक दिव्यांग महिला को अधिकारी द्वारा प्रताड़ित करने का मामला आया था. अधिकारी आज उपस्थित हुए और आगे गलती नहीं करने की बात कही, जिस पर प्रकरण नस्तीबद्ध किया गया.