सुकमा। छत्तीसगढ़ में पहले चरण का चुनाव संपन्न हो गया है. नक्सली वारदातों के बाद हुए चुनाव में छुट-पुट घटनाओं के बीच बस्तर संभाग में मतदान हुआ. सुकमा जिले के कोंटा विधानसभा में पिछले चुनाव की तुलना में इस दफे ज्यादा मतदान हुआ है. 2013 के चुनाव में 1 लाख 56 हजार मतदाता थे जिनमें 75 हजार 874 मतदाताओं ने अपने मताधिकार का उपयोग किया था. उस वक्त का आंकड़ा 48.3 प्रतिशत ही था. वहीं 2018 में मतदाताओं की संख्या में वृद्धि हुई और 1 लाख 64 हजार मतदाताओं में से 90 हजार 922 मतदाताओं ने अपना मताधिकार का प्रयोग किया जो कि पिछले दफे से 15 हजार 48 अधिक हैं. मतदान में यह इजाफा उस वक्त हुआ जब नक्सली लगातार चुनाव बहिष्कार को लेकर बैनर पोस्टर लगाने के साथ ही वारदात को भी अंजाम दे रहे थे. उसके बावजदू इस वर्ष कोंटा विधानसभा में 55.19 फीसदी मतदान हुआ. सुकमा कलेक्टर जेपी मौर्य ने इसकी जानकारी सोशल मीडिया में दी.

उन्होंने लिखा है कि 2013 में पिछले चुनाव की अपेक्षा इस वर्ष हुए चुनाव में जीरो वोटिंग वाले मतदान केन्द्रों की संख्या तेजी से कम हुई है. 2013 में जीरो वोटिंग वाले मतदान केंद्र 14 थे वहीं इस चुनाव में केवल 3 ही मतदान केंद्र हैं जहां जीरो वोटिंग हुई . विगत इलेक्शन में 90% से ऊपर वोट केवल नागारास मतदान केंद्र में हुआ था. जबकि इस चुनाव में भी नागारास ही एक मात्र मतदान केंद्र है जहां 90% से ऊपर मतदान हुआ. इस चुनाव में 37 मतदान केंद्र ऐसे थे जहां 80 से 90 प्रतिशत मतदान हुआ जबकि विगत विधानसभा चुनाव में इनकी संख्या मात्र 11 ही थी. कलेक्टर जेपी मौर्य के अनुसार इस बार ग्रामीण मतदान केंद्रों में वोटर्स की संख्या में काफी वृद्धि हुई जबकि सुकमा और दोरनापाल जैसे नगरीय इलाकों के मतदान केंद्र में मतदान प्रतिशत कम रहा. हालांकि यह आंकड़ा अंतिम नहीं है मतदान दल के वापसी के बाद अंतिम आंकड़े प्रकाशित किए जाएंगे

कलेक्टर जय प्रकाश मौर्य ने मतदान कराने वाली महिला दल के कार्यों की प्रशंसा करते हुए उनकी एक तस्वीर पोस्ट करते हुए लिखा है कि सुकमा की महिला शक्ति मतदान कराने के बाद. यह हिस्टोरिकल दल सुकमा के इतिहास में महिलाओं ने शानदार काम किया. बस्तर में यह पहला जिला है जहां 33 मतदान केंद्रों में महिला दल को भेजा गया. इस दल को भेजने के पीछे कारण था महिला सशक्तिकरण. इस मिथक को तोड़ना की महिलाएं चुनाव नहीं करा सकती.  पहले चुनाव के बावजूद एक दल ने कोई भी गलती नहीं की. इनके जज्बे को सलाम