IND W vs SA W World Cup 2025 Final: आईसीसी महिला वनडे वर्ल्ड कप 2025 का फाइनल मुकाबला भारत और दक्षिण अफ्रीका की महिला टीमों के बीच नवी मुंबई के डॉ. डीवाई पाटिल स्पोर्ट्स एकेडमी में खेला जा रहा है। इस हाई-वोल्टेज मैच में दक्षिण अफ्रीका की कप्तान लौरा वोल्वाडर्ट ने टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी का फैसला किया। बारिश के कारण मुकाबले की शुरुआत दो घंटे देरी से हुई, लेकिन मैदान पर माहौल बेहद रोमांचक बना रहा।
भारतीय टीम की ओपनिंग जोड़ी स्मृति मंधाना और शैफाली वर्मा मैदान पर उतरीं तो दर्शकों की उम्मीदें चरम पर थीं। स्मृति मंधाना ने शुरुआत से ही बेहतरीन टाइमिंग और आत्मविश्वास के साथ बल्लेबाजी की। इसी दौरान उन्होंने जैसे ही अपनी पारी का 21वां रन पूरा किया, उन्होंने भारतीय महिला क्रिकेट इतिहास का एक बड़ा रिकॉर्ड अपने नाम कर लिया।
स्मृति मंधाना ने तोड़ा मिताली राज का रिकॉर्ड
स्मृति मंधाना ने इस टूर्नामेंट में शानदार निरंतरता दिखाते हुए अब तक 400 से अधिक रन बना लिए हैं। इस प्रदर्शन के साथ उन्होंने एक ही महिला वनडे वर्ल्ड कप में भारत की ओर से सबसे ज्यादा रन बनाने का रिकॉर्ड अपने नाम कर लिया है।
इससे पहले यह रिकॉर्ड भारतीय महिला क्रिकेट की दिग्गज खिलाड़ी और पूर्व कप्तान मिताली राज के नाम था, जिन्होंने 2017 वर्ल्ड कप में 409 रन बनाए थे। स्मृति ने इस आंकड़े को पार करते हुए अब तक 434 रन बना लिए हैं। उनकी इस कामयाबी ने न सिर्फ टीम इंडिया को मजबूती दी है, बल्कि उन्हें महिला क्रिकेट की नई मिसाल के तौर पर स्थापित कर दिया है।
स्मृति मंधाना का वर्ल्ड कप में प्रदर्शन
इस टूर्नामेंट में स्मृति मंधाना ने कई यादगार पारियां खेली हैं। उन्होंने शुरुआती मुकाबलों में भारत को ठोस शुरुआत दिलाई और सेमीफाइनल में भी अपने अनुभव का भरपूर इस्तेमाल किया। उनका औसत और स्ट्राइक रेट दोनों ही शानदार रहे, जिसने टीम इंडिया की सफलता में अहम भूमिका निभाई।
एक वर्ल्ड कप में भारतीय महिला खिलाड़ियों द्वारा बनाए गए सर्वाधिक रन:
स्मृति मंधाना – 434 रन (2025)
मिताली राज – 409 रन (2017)
पूनम राउत – 381 रन (2017)
हरमनप्रीत कौर – 359 रन (2017)
स्मृति मंधाना – 327 रन (2022)
प्लेइंग इलेवन में नहीं हुआ बदलाव
फाइनल मुकाबले से पहले दोनों टीमों ने अपनी पिछली जीत वाली प्लेइंग 11 को बरकरार रखा। भारत ने सेमीफाइनल में बेहतरीन संतुलन दिखाया था, इसलिए कोच और कप्तान हरमनप्रीत कौर ने बदलाव की जरूरत नहीं समझी।
मैच की शुरुआत में स्मृति मंधाना और शैफाली वर्मा की जोड़ी ने टीम को शानदार ओपनिंग दी। दोनों बल्लेबाजों ने शुरुआती ओवरों में साउथ अफ्रीकी गेंदबाजों पर दबाव बनाया और रन गति को बनाए रखा।
भारतीय क्रिकेट में नया अध्याय
स्मृति मंधाना की यह उपलब्धि भारतीय महिला क्रिकेट इतिहास में एक और सुनहरा अध्याय जोड़ती है। लगातार तीसरे वर्ल्ड कप में उन्होंने 300 से अधिक रन बनाए हैं, जो उनकी निरंतरता और क्लास का प्रमाण है।
स्मृति मंधाना की यह शानदार उपलब्धि न सिर्फ आंकड़ों में, बल्कि जज्बे और मेहनत की कहानी भी कहती है। वर्ल्ड कप फाइनल के इस मंच पर उनका प्रदर्शन यह साबित करता है कि भारतीय महिला क्रिकेट टीम अब किसी भी परिस्थिति में दुनिया की किसी भी टीम को चुनौती देने में सक्षम है।
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