स्पोर्ट्स डेस्क– भारत और इंग्लैंड के बीच सीरीज के पांचवें टेस्ट मैच में युवा खिलाड़ी हनुमा विहारी को प्लेइंग इलेवन में शामिल किया किया गया, हार्दिक पंड्या को बाहर कर हनुमा को टीम में शामिल किया गया, सबकी नजर उन पर टिकी थी कि वो किस तरह का खेल दिखाते हैं, और हनुमा विहारी को भी पता था कि उनके पास खुद को साबित करने के लिए कितना शानदार मौका है, और इस मौके को भुनाने में हनुमा विहारी ने कोई कसर नहीं छोड़ी और अपने डेब्यू टेस्ट मैच में ही कमाल कर दिया। अपने पहले इंटरनेशनल मैच में ही इतिहास के पन्नों में अपना नाम दर्ज करवा लिया।
हनुमा का प्रदर्शन
युवा खिलाड़ी हनुमा विहारी ने अपने पहले टेस्ट मैच की पहली पारी में ही शानदार अर्धशतकीय पारी खेलकर सबका ध्यान अपनी ओर खींचा। पहली पारी में हनुमा ने पहले शानदार 56 रन बनाए, जिसमें 7 चौके और 1 सिक्सर लगाया, हलांकि पहली पारी में गेंदबाजी करने का ज्यादा मौका तो नहीं मिला, लेकिन दूसरी पारी में जब रूट और कुक की बड़ी साझेदारी चल रही थी, तब कप्तान विराट कोहली ने हनुमा विहारी को आजमाया, और इस युवा खिलाड़ी ने अपने कप्तान को बैक टू बैक दो गेंद में दो विकेट निकालकर दिए, पहले रूट को पवेलियन का रास्ता दिखाया, और फिर कुक को भी आउट कर दिया। और अपने इस कारनामे के साथ हनुमा ने अपना नाम रिकॉर्ड बुक में दर्ज करा लिया।
35 साल बाद हुआ है ऐसा
अपने डेब्यू टेस्ट मैच में ही हनुमा ने लगातार दो गेंद पर दो विकेट गिरा दिए, और 35 साल बाद ऐसा करने वाले पहले भारतीय गेंदबाज बन गए हैं। इससे पहले 1983 में बलविंदर सिंह संधू ने पाकिस्तान के खिलाफ अपने डेब्यू टेस्ट मैच में दो गेंद में दो विकेट लेने का कारामा किया था।
इतना ही नहीं हनुमा ने अपने डेब्यू टेस्ट मैच में पहले अर्धशतकीय पारी खेली, और फिर बैक टू बैक दो विकेट गिरा दिए, ऐसा करने वाले पहले भारतीय क्रिकेटर बन गए हैं।