नरसिंहपुर। एमपी अजब है सबसे गजब है.. मध्यप्रदेश टूरिज्म के विज्ञापन की यह पंच लाइन आपको बखूबी याद होगी। अब इस पंच लाइन पर मध्यप्रदेश के नरसिंहपुर में घटित एक घटना ने सबको चौंका दिया है। एक ऐसी घटना हुई है जिसमें पुलिस सवालों के घेरे में है। अब मामले में शिकायत पुलिस अधीक्षक के पास पहुंची है। मामले में एसपी ने जांच के आदेश दे दिये हैं।
नरसिंहपुर के बरमान के रहने वाले नेतराम उर्फ पप्पू रैकवार ने पुलिस अधीक्षक से मामले की शिकायत की है जिसमें उसने तफ्सील से पूरा मामला उन्हें बताया। शिकायत के मुताबिक नरसिंहपुर के करेली थाना में शराब की अवैध बिक्री का एक वारंट था किसी पप्पू नोरिया के नाम पर। पप्पू नोरिया को खोजते-खोजते पुलिस बरमान मुख्य मार्ग पर पहुंची। जहां विद्युत विभाग में अस्थाई रुप से कार्यरत नेतराम उर्फ पप्पू रैकवार बिजली से संबंधित कुछ कार्य कर रहा था।
शिकायत के मुताबिक मौके पर पहुंचे दोनों सिपाहियों ने पप्पू रैकवार को ही अपनी गाड़ी में बैठा लिया और थाना लेकर आ गए। पप्पू रैकवार के मुताबिक उसने पुलिस कर्मियों से गुहार लगाई, उनके सामने गिड़गिड़ाता रहा कि उसने कोई अपराध नहीं किया है, बेगुनाह है। मगर पुलिस ने उसकी एक भी न सुनी और उसे न्यायालय में पेश कर दिया और न्यायालय ने उसे 2000 रुपये के अर्थदंड की सजा सुना दी।
न्यायालय से छूटने के बाद पीड़ित शुक्रवार को नरसिंहपुर के पुलिस अधीक्षक के पास पहुंचा और अपने साथ हुई घटना की उन्हें लिखित जानकारी दी। पुलिस अधीक्षक विपुल श्रीवास्तव को लिखित में शिकायत दी गई शिकायत में उसने कहा है कि वे उन पुलिस कर्मियों और अधिकारियों को दंडित करें जिससे फिर किसी बेगुनाह के साथ ऐसा न हो।
पीड़ित का पक्ष सुनने के बाद पुलिस अधीक्षक भी हैरत में पड़ गए और उन्होंने मामले की जांच के आदेश दे दिये हैं। मामले की जांच का जिम्मा उन्होंने एसडीओपी को दिया है। उनका कहना कि चूक कैसे हुई इसकी जांच की जाएगी और जो भी दोषी पाया जाएगा उस पर कार्रवाई की जाएगी।