रायपुर. प्रदेश के सभी जिलो में शासकीय विभागों में कार्यरत संविदा कर्मचारी 16 से 20 जनवरी तक छत्तीसगढ़ सर्व विभागीय संविदा कर्मचारी महासंघ के बैनर तले सामूहिक हड़ताल पर रहेंगे. आज प्रदर्शन का पहला दिन था. इसकी सूचना और ज्ञापन अपने विभाग और जिला प्रशासन को कर्मचारियों ने दे दी थी.

जानकारी देते हुए सर्व विभागीय संविदा कर्मचारी महासंघ के चंद्रभूषण पटेल ने बताया कि, वर्तमान कांग्रेस सरकार बनने के पहले अनियमित कर्मचारियों के मंच में आकर कांग्रेस के नेताओं ने सरकार बनने पर 10 दिन में संविदा कर्मचारियों को नियमित करने का वादा किया था. लेकिन चार साल बाद भी ये मांगें पूरी नहीं हुई है. साथ ही मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने 14 फरवरी 2019 को अनियमित कर्मचारियों के मंच में आकर कहा था इस साल किसान का किए हैं. अगले साल अनियमित कर्मचारियों की मांग पूरा करेंगे, लेकिन वो साल अभी तक नहीं आया है.

आगे उन्होंने कहा, संविदा कर्मचारियों के मानदेय में भी 4 साल से वृद्धि नहीं हुई है. इस कारण प्रदेश के संविदा कर्मचारियों में भारी आक्रोश है, जबकि कई राज्यों में संविदा कर्मचारियों के भविष्य को लेकर ऐतिहासिक निर्णय लिए जा रहे हैं. 26 जनवरी को संविदा कर्मचारियों के बारे में यदि सरकार उचित निर्णय नहीं लेती है तो 30 जनवरी से 54 विभाग में कार्यरत संविदा कर्मचारी अनिश्चितकालीन आंदोलन में जाएंगे.

वहीं मुंगेली में भी शासकीय विभागों में कार्यरत संविदा कर्मचारी 16 जनवरी को कांग्रेस के 2018 में चुनावी जन घोषणापत्र में किए गए वादे नियमितिकरण की मांग को लेकर छत्तीसगढ़ सर्व विभागीय संविदा कर्मचारी महासंघ के बैनर तले सामूहिक हड़ताल की शुरुआत कर दी है.

महासंघ के जिला संयोजक ताकेश्वर साहू ने बताया कि, वर्तमान कांग्रेस सरकार बनने के चार साल बाद भी 2018 के चुनावी जन घोषणापत्र में किए नियमितिकरण के वादे और हमारी मांगे पूरी नहीं की है. जबकि मात्र 1 वर्ष का कम समय सरकार के पास शेष है.

महासंघ के उप संयोजक अजय क्षत्रिय ने कहा कि, मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने 14 फरवरी 2019 को अनियमित कर्मचारियों के मंच में आकर बोले थे. इस साल किसान का किए है अगले साल अनियमित कर्मचारियों की मांग पूरा करेंगे लेकिन वो साल अभी तक नही आया है और तो और संविदा कर्मचारियों के मानदेय में भी 4 साल से वृद्धि नही हुवा है इस है कारण प्रदेश के संविदा कर्मचारियों में भारी आक्रोश है.

महिला विंग अंजू बाला शुक्ला ने कहा कि, दूसरे राज्यों में संविदा कर्मचारियों के भविष्य को लेकर ऐतिहासिक निर्णय लिए जा रहे हैं. 26 जनवरी को संविदा कर्मचारियों के बारे में यदि सरकार उचित निर्णय नहीं लेती है तो 30 जनवरी 2023 से 54 विभाग में कार्यरत संविदा कर्मचारी अनिश्चितकालीन आंदोलन में जाएंगे.

महासंघ के प्रवक्ता मनीष देवांगन ने बताया कि, नियमितिकरण की मांग को लेकर जिले के 150 से 200 से अधिक संविदा कर्मचारी हड़ताल में शामिल हुए है. न तो 62 वर्ष की नौकरी की सुरक्षा, न ही सही ढंग से वेतन, न ही अनुकम्पा नियुक्त, और न ही अन्य शासकीय सेवकों की भांति अन्य कर्मचारी सुविधाएं मिल रही है.