सुरेंद्र जैन, धरसीवां. राजधानी से लगे उद्योगों में लगता है गरीब मजदूरों की जान की कोई कीमत नहीं है. बजरंग पावर और एसकेएस के बाद अब मारुति फैक्ट्री में एक आदिवासी श्रमिक की मौत का मामला सामने आया है. हालांकि, स्थानीय पुलिस को इस घटना की कोई जानकारी नहीं है.

बता दें कि, घटना कल दोपहर लगभग ढाई बजे की बताई जा रही है. मृतक कुमार पोर्ते सिलतरा की मारुति फेरस फैक्ट्री में काम के दौरान हादसे में मौत हो गई. लल्लूराम डॉट कॉम इस हादसे सच्चाई जानने मृतक के घर बीरगांव पहुंचा. जहां पड़ोसी और मृतक की बेटी दिव्या पोर्ते और श्रमिक नेता राजसिंह हाड़ा ने बताया कि, कुमार पोर्ते लंबे समय से मारुति फैक्ट्री सिलतरा में काम करते थे.

आगे उन्होंने बताया कि, कल दोपहर हादसे में फैक्ट्री में उनकी मौत हो गई. मृतक की 3 बेटियां इस घटना से अब बेसहारा हो गई हैं. मृतक की बेटी ने बताया, पिताजी 12 घन्टे फैक्ट्री में काम करते थे. वह कहते थे, उस फेक्ट्री में कई बार हादसे हो चुके हैं. यदि कभी मेरी मौत हो जाए फैक्ट्री में तो अपने जीवन को चलाने मां की सेवा करने कंपनी से 30 लाख मुआवजा लेना.

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