नई दिल्ली। विश्व बैडमिंटन चैंपियनशिप में पहली बार भारतीय पुरुष शटलर इतिहास रचने के करीब हैं. किदाम्बी श्रीकांत ने चैंपियनशिप के सेमीफाइनल मुकाबले में हमवतन लक्ष्य सेन को पराजित कर फाइनल में प्रवेश किया. इस जीत के साथ ही पहली बार चैंपियनशिप में भारत का स्वर्ण या रजत पदक पक्का हो गया है.
स्पेन के हुएलवा में आयोजित चैंपियनशिप में पहली बार दो भारतीय शटलरों के बीच सेमीफाइनल मुकाबला हुआ. भारतीय शटलर की दो पीढ़ियों के इस मुकाबले में अपने खेल के अनुभव की वजह से किदाम्बी श्रीकांत ने लक्ष्य सेन को एक घंटा और आठ मिनट तक चले मैच में 17-21, 21-14 और 21-17 से पराजित किया.
यह पहला मौक़ा होगा, जब भारतीय पुरुष खिलाड़ी इस चैंपियनशिप में दो पदकों के साथ लौटेंगे. इससे पहले प्रकाश पादुकोण और बी साई प्रणीत कांस्य पदक जीत चुके हैं. लेकिन श्रीकांत ने कम से कम रजत पदक जीतकर लौटना पक्का कर लिया है. वहीं सेमीफाइनल मैच हारने के बावजूद लक्ष्य सेन का कांस्य पदक पक्का है.