रायपुर। दुनिया भर में हर साल 23 अप्रैल को विश्व पुस्तक दिवस के रूप में मनाया जाता है. इस दिन को विश्व कॉपीराइट दिवस भी कहते हैं. विश्व पुस्तक दिवस पर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि किताबें हमारी सच्ची दोस्त हैं, मुझे जब भी समय मिलता है मैं पढ़ता हूं.
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने ट्वीट कर कहा कि जब भी हमें निर्णय लेने या राह चुनने में असमंजस हो, हमें एक सच्चे दोस्त की आवश्यकता होती है. किताबें हमारी वही सच्ची दोस्त हैं. इनमें जीवन जीने की कला से लेकर विचारों की आधारशिलाओं तक सब कुछ दर्ज है. मुझे जब समय मिलता है मैं पढ़ता हूँ. आप सब भी समय निकालते रहिए. #WorldBookDay
जब भी हमें निर्णय लेने या राह चुनने में असमंजस हो, हमें एक सच्चे दोस्त की आवश्यकता होती है।
किताबें हमारी वही सच्ची दोस्त हैं। इनमें जीवन जीने की कला से लेकर विचारों की आधारशिलाओं तक सब कुछ दर्ज है।
मुझे जब समय मिलता है मैं पढ़ता हूँ। आप सब भी समय निकालते रहिए। #WorldBookDay pic.twitter.com/DZLVCWJfNS
— Bhupesh Baghel (@bhupeshbaghel) April 23, 2020
इस दिवस की महत्ता आप इसी बात से समझ सकते हैं कि किताबें हमारी बेस्ट फ्रेंड हैं. ये न सिर्फ हमारी दोस्त, बल्कि पथ प्रदर्शक भी हैं और उस वक्त हमेशा हमारे साथ होती हैं. जब हमें इनकी सबसे ज्यादा जरूरत होती है. खासकर आज के समय में जब पूरी दुनिया कोरोना वायरस के चलते अपने-अपने घरों में बंद है, तब ये किताबें ही हैं जो लोगों को इस कठिन वक्त के गुजरने में मदद कर रही हैं. यह दिवस यूनेस्को और दुनिया भर के अन्य संबंधित संगठनों द्वारा लेखकों, पुस्तकों को दुनिया भर में सम्मान देने, पढ़ने की कला को बढ़ावा देने इत्यादि के लिए मनाया जाता है.