रायपुर। आज विश्व कैंसर दिवस के अवसर पर संजीवनी सीबीसीसी यूएसए कैंसर अस्पताल और नोटरी क्लब के संयुक्त तत्वाधान में कैंसर के प्रति जागरुकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया. इस कार्यक्रम में कैंसर से ठीक हो चुके मरीजों एवं कैंसर पीड़ितों ने ही लोगों को अपना अनुभव साझा किया. उन्होंने बताया कि जिस तरह से शुरू शुरू मुश्किल है या अवसाद में चले गए थे ऐसा कुछ नहीं हुआ. कैंसर का इलाज शुगर (डायबिटीज ) या बी.पी बीमारियों से बहुत काम साबित हुआ. जहां अन्य कई बीमारियों में जीवन भर इलाज लेना पड़ता है. वही कैसर में मात्र 2 से 4 माह के उपचार में वे पूरी तरह से स्वस्थ हो गए.
संजीवनी कैंसर हॉस्पिटल के डायरेक्टर व कैंसर सर्जन यूसुफ मेमन ने बताया कि कैंसर कोई बैक्टीरिया या वाइरस का इन्फेक्शन नहीं है. ये हमारे शरीर के ही सामान्य कोशिकाएं है, जो किसी वजह से जीन या डीएनए में क्षति होने की वजह से अनियंत्रित ढंग से लगातार विभाजित होते रहती है. शरीर के किसी भी हिस्से में गाठ, गोले या छाले का आकार ले लेती है. शरीर के अन्य हिस्से में भी ये कोशिकाएं फैलने लगती है.
हॉस्पिटल के सीनियर कैंसर सर्जन डॉ. अपर्ण चतुरमोहता ने बताया कि केवल 5 प्रतिशत कैंसर अनवांशिक होते है. जिन्हें होने से रोकना कई बार हमारे हाथ में नहीं होता, लेकिन 95 प्रतिशत केसेस में हम हमारी आदतों दिनचर्या, रेगुलर एक्सरसाइज, वजन को नियंत्रित कर कुछ बैक्टीरिया व वाइरस के इन्फेक्शन आदि से बचाव करके, पर्यावरण के प्रदुषण से मुक्त करके अपने आपको कैंसर से बचा सकते है.