स्पोर्ट्स डेस्क. क्रिकेट विश्व कप (ICC Cricket World Cup 2023) का बिगुल बज चुका है. इसकी शुरुआत में 100 दिन से भी कम का समय बचा है. पांच अक्टूबर से खेले जाने वाले इस प्रतिष्ठित टूर्नामेंट के लिए भारतीय क्रिकेट बोर्ड (BCCI) ने अपनी तैयारियां शुरू कर दी है. भारत पहली बार अकेले इस क्रिकेट टूर्नामेंट का आयोजन कर रहा है. टूर्नामेंट के सभी मैच 10 वेन्यू पर खेले जाएंगे. इन वेन्यू को विश्व स्तरीय सुविधाओं से लैस करने के लिए बीसीसीआई कुल 500 करोड़ रुपए खर्च करेगी. इसके तहत सभी स्टेडियमों को सुधार के लिए 50-50 करोड़ रुपए दिए जाएंगे.

बता दें कि, बीसीसीआई से मिले पैसों से वानखेड़े स्टेडियम, ईडन गार्डन, चेपॉक स्टेडियम, एचपीसीए स्टेडियम, एमसीए स्टेडियम, इकाना स्टेडियम और अरुण जेटली स्टेडियम में इन्फ्रास्ट्रक्चर सहित लाइट और टॉयलेट जैसे सुविधाओं को बेहतर किया जाएगा. वहीं, दुनिया का सबसे बड़ा मैदान अहमदाबाद का नरेंद्र मोदी स्टेडियम, बेंगलुरु का एम. चिन्नास्वामी स्टेडियम और हैदराबाद का राजीव गांधी अंतरराष्ट्रीय स्टेडियम को भी पैसे दिए जाएंगे जहां पर छोटी-छोटी समस्याओं पर काम किया जाएगा ताकि बीसीसीआई आगामी विश्व कप के आयोजन को सुगम बना सके. टूर्नामेंट का फाइनल 19 नवंबर को अहमदाबाद में खेला जाएगा.

वानखेड़े स्टेडियम, मुंबई (Wankhede Stadium) : इस मैदान में 2011 विश्व कप का फाइनल मैच खेला गया था जिसमें भारत ने श्रीलंका को हराकर 28 वर्ष बाद विश्व चैंपियन बनने का गौरव प्राप्त किया. इस बार भी इस मैदान को लीग मैच सहित सेमीफाइनल मुकाबले की मेजबानी दी गई है. इसके लिए मैदान पर नई एलईडी लाइट्स लगाई जाएंगी. वहीं कॉरपोरेट बॉक्स और टॉयलेट्स में भी सुधार किया जाएगा.

ईडन गार्डन, कोलकाता (Eden Gardens) : भारत में क्रिकेट का मक्का कहे जाने वाले ऐतिहासिक ईडन गार्डन मैदान भी इस बार विश्व कप का सेमीफाइनल मैच होस्ट करेगा. कोलकाता के इस मैदान में खिलाड़ियों की सुविधा के लिए ड्रेसिंग रूम को अपग्रेड किया जाएगा. इस विश्व कप में यह मैदान कुल पांच मैचों की मेजबानी करेगा.

अरुण जेटली स्टेडियम, दिल्ली (Arun Jaitley Cricket Stadium) : यह मैदान भारत के दूसरे मैदानों से अपेक्षाकृत छोटा है. प्रशंसकों को यहां पर चौकों-छक्कों की बरसात देखने को मिल सकता है. हालांकि, विश्व कप से पहले यहां टिकटिंग सिस्टम, दर्शकों को बैठने के लिए सीट और टॉयलेट की समस्या को दूर किया जाएगा.

HPCA स्टेडियम, धर्मशाला (Himachal Pradesh Cricket Association Stadium) : दुनिया के सबसे खूबसूरत मैदानों में शामिल हिमाचल प्रदेश क्रिकेट एसोसिएशन स्टेडियम, धर्मशाला का अपग्रेडेशन का काम अक्टूबर में खत्म हो जाएगा. इसके अलावा यहां 6000 मीटर पाइप बिछाकर पानी बाहर निकालने वाला ड्रेनेज सिस्टम तैयार किया जा रहा है. स्कॉटलैंड की एक प्रयोगशाला में टेस्ट की गई नदी की रेत और बजरी का उपयोग आउटफील्ड पर किया गया है.

MCA स्टेडियम, पुणे (Maharashtra Cricket Association Stadium) : यह मैदान दुनिया के उन चुनिंदा मैदानों में शामिल है जो पूरी तरह से खुला हुआ है. विश्व कप से पहले इस स्टेडियम के अधिकतर हिस्सों में छत का निर्माण किया जाएगा. इसके अतिरिक्त टॉयलेट की साफ-सफाई, स्टेडियम परिषर में अच्छी सड़क और पार्किंग की जगह पर भी काम किया जाएगा.

एमए चिदम्बरम स्टेडियम, चेन्नई (MA Chidambaram Stadium) : चेपॉक का मैदान स्पिनरों के लिए मददगार मानी जाती है. भारत विश्व कप में अपने अभियान की शुरुआत आठ अक्टूबर को इसी मैदान पर ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ करेगा. बीसीसीआई से मिले 50 करोड़ रुपए की राशि से यहां एलईडी लाइट्स और लाल मिट्टी की दो पिच तैयार किया जाएगा.

इकाना स्टेडियम, लखनऊ (Ekana Cricket Stadium) : नवाबों के शहर लखनऊ का इकाना स्टेडियम इस वर्ष मई में समाप्त हुए आईपीएल में अपनी स्लो पिच को लेकर चर्चा में थी. अब बीसीसीआई से मिलने वाले पैसों से यहां पर नई पिचों का निर्माण किया जाएगा ताकि बल्ले और गेंद के बीच बराकर की टक्कर देखने को मिले. अभी यहां की पिच पर बल्लेबाजों को रन बनाने में काफी मशक्कत करनी पड़ती है.

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