World Malaria Day आज पूरे विश्व में मनाया जाता है. इस दिन को मनाने की पीछें की वजह लोगों में मलेरिया के प्रति जागरुकता लाना है. अब तक आपने ये सुना होगा कि मच्छर के काटनें से मलेरिया होता है पर क्या आप जानते है मलेरिया 5 तरह का होता है…जानिए इनके बारें में…

  • सोडियम विवैक्स – इस मच्छर के काटने के बाद 48 घंटे मे अपना असर दिखाना शुरु करता है. यह मच्छर बिनाइन टर्शियन मलैरिया पैदा करता है. खासकर ये दिन के समय में काटता है.
  • प्लास्मोडियम फैल्सीपैरम – इससे पीड़ित लोगों को तेज बुखार हो जाता है, उल्टियां होने लगती है, रोगी की हालत लस्त हो जाती है, और जान जाने का भी खतरा होता है.
  • प्लाजमोडियम नोलेसी – यह एक प्राइमेट मलेरिया परजीवी है. यह दक्षिण पूर्व एशिया में पाया जाता है. इसमें सरदर्द, भूख न लगना जैसे लक्षण दिखाई देते है.
  • प्लाजमोडियम मलेरिया – यह एक प्रकार का प्रोटोजोआ है जो बेनाइन मलेरिया के लिए जिम्मेंदार है. इसमें रोगी के यूरिन से प्रोटीन निकलने लगते है. हर चौथे दिन बुखार आ जाता है.
  • प्लाजमोडियम ओवेल मलेरिया – मलेरिया का यह रुप बिनाइन टर्शियन मलेरिया पैदा करता है.
Malaria fever

मलेरिया से बचाव के लिए अपनाएं ये टिप्स

  • पूरे बांह के कपड़े पहनें,
  • मच्छरदानी का इस्तेमाल करें,
  • मच्छररोधी क्रीम लगाएं
  • घर में मच्छररोधी अगरबत्ती का इस्तेमाल करें.
  • अपने आसपास कहीं पर भी पानी ना इकट्ठा होने दें.
  • घर के फर्श और आसपास की जगह को फिनॉयल जैसे कीटाणुनाशक से साफ करते रहें.
  • पेस्ट कंट्रोलिंग से महीने में एक बार घर के आसपास छिड़काव जरूर करवाएं.

Malaria से निपटने कुछ घरेलू दवाइयां अपनाए

  • एक ग्लास पानी में एक चम्मच दालचीनी, एक चम्मच शहद और आधा चम्मच काली मिर्च पावडर मिलाकर अच्छी तरह से उबालें और फिर ठंडा होने पर इसे पिएं.
  • तीन ग्राम चूने में नींबू निचोड़कर साठ मिली लीटर पानी में मिलाकर, थोड़ी- थोड़ी मात्रा में पीते रहें.

मलेरिया होने पर इन चीजों का सेवन न करें

  • मलेरिया रोगी को आम, अनार, लीची, अनन्नास, संतरा जैसे फलों का सेवन नहीं करना चाहिए. इससे फायदा नहीं नुकसान होगा.
  • बुखार से पीड़ित व्यक्ति एसी में ज्यादा न रहें.
  • दही, शिकंजी, गाजर, मूली जैसी ठंड़ी चीजों का सेवन करने से बचें.

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