लंदन। भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच खेले जा रहे वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के खिताबी मुकाबले में भारतीय बल्लेबाज 444 रनों के स्कोर का पीछा करते हुए शर्मनाक तरीके से 234 रनों पर धराशाई हो गए. इस तरह से ऑस्ट्रेलिया को 209 रनों से जीत हासिल हुई. प्लेयर ऑफ द मैच ऑस्ट्रेलिया के ट्रेविस हेड रहे. यह लगातार दूसरा मौका है, जब भारत को वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल में हार का सामना करना पड़ा है.

भारत की ओर से जिस तरह से विराट कोहली, रोहित शर्मा, चेतेश्वर पुजारा, शुभमन गिल जैसे स्टार बल्लेबाजों ने प्रदर्शन किया है. वह प्रशंसकों के लिए दिल तोड़ने वाला है. प्रशंसक भारतीय बल्लेबाजों से संघर्षपूर्ण प्रदर्शन की उम्मीद लगाए हुए थे, लेकिन आईसीसी के हर बड़े मुकाबले की तरह यहां भी स्तरहीन प्रदर्शन देखने को मिला.

चैंपियनशिप में प्रदर्शन से केवल खिलाड़ी ही नहीं बल्कि कोच के तौर पर राहुल द्रविड के प्रदर्शन पर सवाल उठ रहे हैं. उनके कोच रहते हुए भारत कोई भी बड़ा मुकाबला नहीं जीत पाया है. ऐसे में तमाम ए और ए प्लस ग्रेड के खिलाड़ियों के साथ कोच को भी हटाए जाने की आने वाले समय में मांग उठेगी.