सत्यपाल सिंह राजपूत, रायपुर. प्रदेश में पर्याप्त बारिश ना होने से किसानों के माथे पर चिंता की लकीरें दिखने लगी है. जितनी मात्रा में बारिश होनी चाहिए उतनी मात्रा में मानसून आने के बाद भी बारिश नहीं हो रही है. 60 से 65 प्रतिशत किसान खेती शुरू कर चुके हैं. वहीं बारिश को लेकर कृषि मंत्री रविंद्र चौबे ने कहा कि हम सब लोग बारिश की उम्मीद कर रहे हैं. मानसून और खंड वर्षा आने के बाद आज भी किसानों के माथे पर चिंता की लकीरें है. हम सरकार की ओर से बीज, अल्पकालीन ऋण और किसानों के लिए फर्टीलाइजर की व्यवस्था करने का प्रयास कर रहे हैं.
आगे उन्होंने कहा, जो आंशिक बारिश हो रही है. वह बहुत ज्यादा नुकसान नहीं करेगा. बारिश की उम्मीदें हैं. अभी फसल में कोई असर नहीं करेगा. कम बारिश से किसानों में चिंता स्वभाविक है. उम्मीद करते है छत्तीसगढ़ में बारिश ठीक-ठाक हो जाए.
साथ ही यह भी कहा कि, हम लगातार फसल बीमा किसानों का करते हैं. किसान निजी तौर पर भी कराते हैं. छत्तीसगढ़ में जितना प्रीमियम अभी तक किसान दे रहे हैं. उससे ज्यादा की राशि फसल बीमा से किसानों को मिलते आ रही है. इस साल सप्ताह चलाने का आशय है कि हम किसानों को ज्यादा से ज्यादा प्रोत्साहित करने का काम कर रहे हैं.
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