हिंदू धर्म में पेड़-पौधों को देवी-देवताओं का स्वरूप माना जाता है. वहीं धन-दौलत, सुख-समृद्धि और सकारात्मकता लाने के लिए कई पेड़-पौधों की विधिवत पूजा की जाती है. ज्योतिष शास्त्र में इनकी पूजा करने से व्यक्ति की सभी परेशानियां दूर हो सकती है और सभी मनोकामनाएं पूरी हो सकती है. इस साल 8 मार्च को महाशिवरात्रि का पर्व मनाया जाएगा. कहा जाता है कि महाशिवरात्रि के दिन कुछ ऐसे पेड़-पौधे हैं. जिनका पूजा अगर नियमित रूप से किया जाए, तो भोलेनाथ प्रसन्न होते हैं. आप भी महाशिवरात्रि के दिन किन पेड़-पौधों की पूजा करने से लाभ हो सकता है.


शमी का पौधा

महाशिवरात्रि के दिन शमी के पौधे की पूजा करने के लिए तन और मन पवित्र होना जरूरी है. इस दिन ब्रह्म मुहूर्त में सबसे पहले उठकर स्नान करें और शिव जी का ध्यान करें. इसके बाद शमी के पेड़ में जल दें और शिव के मंत्रों का उच्चारण करें. इसके बाद चंदन, रोली और फूल अर्पित करें. साथ ही शुभता के लिए कामना भी करें. पूजा करने के बाद शमी के पौधे की पूजा धूप और दीप जलाकर करें और आखिर में शमी की परिक्रमा 11 बार करें. ऐसा करने से भोलेनाथ के साथ-साथ सभी देवी-देवता प्रसन्न हो सकते हैं और मनचाहा वरदान भी मिल सकता है.

पीपल

महाशिवरात्रि के दिन पीपल के पेड़ की पूजा करने का खास महत्व है. ऐसा कहा जाता है कि इस पेड़ में साक्षात त्रिदेव वास करते हैं और महाशिवरात्रि के दिन ब्रह्म मुहूर्त में ही पीपल के पेड़ की पूजा करें और सिंदूर चढ़ाएं. साथ ही 21 बार पीपल के पेड़ की परिक्रमा जरूर करें. इससे कार्यक्षेत्र में सफलता की प्राप्ति हो सकती है और मान-सम्मान में भी वृद्धि हो सकती है.

बेलपत्र

महाशिवरात्रि के दिन ब्रह्म मुहूर्त में बेल के पेड़ की पूजा करें. ऐसा कहा जाता है कि बेल के पेड़ में भगवान शिव वास करते हैं. इस दिन जो व्यक्ति इस पेड़ की विधिवत पूजा करता है उसे सभी ग्रह दोषों से छुटकारा मिल सकता है और व्यक्ति को सौभाग्य की भी प्राप्ति हो सकती है. इतना ही नहीं बेल के पेड़ की पूजा करने के बाद 11 बार परिक्रमा जरूर लगाएं. इससे विवाह में आ रही परेशानियां भी दूर हो सकती है.

छतीसगढ़ की खबरें पढ़ने के लिए करें क्लिक 
English में खबरें पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें