नई दिल्ली . भारतीय कुश्ती संघ अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह की गिरफ्तारी सहित अन्य मांगों को लेकर पहलवानों का धरना 18वें दिन भी जारी रहा. पहलवानों ने सुप्रीम कोर्ट की देखरेख में बृजभूषण और आरोप लगाने वाली सात लड़कियों का नार्को टेस्ट कराने की मांग की है.
डब्ल्यूएफआई के प्रमुख बृज भूषण शरण सिंह से कहा कि अगर वह सात पहलवानों द्वारा यौन उत्पीड़न का आरोप लगाए जाने के बाद अपनी ईमानदारी पर भरोसा रखते हैं तो उनका लाई डिटेक्टर नार्को टेस्ट कराया जाए. पहलवानों ने कहा कि अगर सिंह संगठन का हिस्सा रहते हैं तो वे कार्यक्रमों की मेजबानी का विरोध करेंगे.
उन्होंने कहा, अगर हम झूठ बोल रहे हैं तो नार्को टेस्ट करा लें, दूध का दूध और पानी का पानी हो जाएगा. जो भी गलत हो उसको उसी दिन फांसी दे दी जाए. पहलवान बोले, अगर हम यह लड़ाई जीत गए, तो 50 साल आगे तक अपनी बेटियों को संदेश देंगे. अगर हार गए तो बेटियां 50 साल पीछे चली जाएंगी. पहलवानों ने गुरुवार को देशवासियों से काली पट्टी बांधकर विरोध दर्ज कराने का आह्वान किया.
दिल्ली पुलिस ने 28 अप्रैल को डब्ल्यूएफआई अध्यक्ष के खिलाफ दो FIR दर्ज की थी. हालांकि, अब तक जांच पूरी नहीं हो सकी है. इसको लेकर सुप्रीम कोर्ट ने भी दिल्ली पुलिस को फटकार लगाई थी.इससे पहले सोमवार को ऐसी खबरें आईं थी कि धरना दे रहे पहलवानों ने 15 दिन बाद टूर्नामेंट्स के लिए अभ्यास करना शुरू कर दिया है. बजरंग पूनिया और विनेश फोगाट जैसे पहलवानों ने सोमवार को अभ्यास किया था. ये पहलवान एशियाई खेलों के ट्रायल के लिए तैयारी कर रहे हैं. वहीं, आईओए के एड-हॉक पैनल ने ट्रायल 17 मई से कराने का फैसला लिया है.
धरना दे रहे पहलवानों ने 31 सदस्यीय कमेटी भी बनाई है, जो वक्त-वक्त पर पहलवानों को सलाह देंगे. साथ ही मंच का सियासी इस्तेमाल न हो इस पर भी नजर रखेगी. पहलवानों को सलाह देने वाली समिति ने बृजभूषण की गिरफ़्तारी के लिए 15 दिन यानी 21 मई की डेडलाइन दी है.