नई दिल्ली . दिल्ली के जंतर मंतर पर धरना दे रहे पहलवानों को सुप्रीम कोर्ट से बड़ा झटका मिला है. सुप्रीम कोर्ट ने रिटायर्ड जज से मामले की जांच की मांग खारिज कर दी है. यही नहीं, सुप्रीम कोर्ट ने पहलवानों की याचिका पर सुनवाई को भी बंद कर दिया है और उन्हें निचली अदालत और उसके बाद हाई कोर्ट जाने का निर्देश दिया है.
चीफ जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़ की बेंच ने कहा था कि आपकी मांग एफआईआर दर्ज होने की थी, जो हो गई है. सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि अब यदि आपकी कोई मांग है तो फिर मजिस्ट्रेट कोर्ट या फिर उच्च न्यायालय जा सकते हैं.
सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई के बाद बाहर आए पहलवानों के वकील ने कहा कि आरोपी पीड़िताओं की पहचान टीवी पर उजागर कर रहा है. आज पहलवानों की याचिका पर सुप्रीम कोर्ट ने कहा हमारी याचिका एफआईआर दर्ज करवाने के लिए थी और पुलिस ने पहलवानों को सुरक्षा मुहैया कराकर बृजभूषण के खिलाफ FIR दर्ज कर लिया है. जांच की मॉनिटरिंग जरूरी है, क्योंकि दिल्ली पुलिस ने एफआईआर पहले दर्ज नहीं की और न ही वो पीड़िताओं के बयान दर्ज करने के लिए तैयार थे. हम उम्मीद कर रहे थे कि रिटायर सुप्रीम कोर्ट जज इस केस की मॉनीटरिंग करेंगे, लेकिन कोर्ट ने केस ही खत्म कर दिया.
अब मेडल वापस करने की नौबत आ गई है
दो बार की ओलिंपियन और देश को कई मेडल दिला चुकी विनेश फोगाट ने बड़ा बयान दिया है. विनेश ने धरना स्थल पर पत्रकारों से बातचीत में कहा कि अब मेडल वापस करने की नौबत आ गई है. विनेश के नाम कॉमनवेल्थ गेम्स में तीन गोल्ड मेडल, 2019 में विश्व चैंपियनशिप में कांस्य, 2021 में एशियाई खेलों में गोल्ड है.